साउथ इंडियन एक्टर फहद फासिल, जिन्हें आवेशम और पुष्पा जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है. उन्हें 41 साल की उम्र में चिकित्सकीय तौर पर अटेंशन डेफिसिट/हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) का पता चला था. यह एक न्यूरोडेवलपमेंटल डिसॉर्डर है, जो मस्तिष्क की ध्यान, व्यवहार और आवेग नियंत्रण को नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित करता है. यह बच्चों में आम है लेकिन वयस्कों को भी प्रभावित कर सकता है. इसी को लेकर एक्टर ने रविवार को पास के कोठामंगलम में पीस वैली चिल्ड्रन विलेज को समर्पित करने के बाद बच्चों के गांव में घूमते समय, उन्होंने डॉक्टर से पूछा कि क्या एडीएचडी का इलाज करना आसान है.
इस पर एक्टर ने कहा, "उन्होंने मुझसे कहा कि अगर कम उम्र में इसका इलाज हो जाए तो इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है. जब मैंने पूछा कि अगर 41 साल की उम्र में इसका निदान हो पाएगा तो क्या इसे ठीक किया जा सकता है क्योंकि मुझे चिकित्सकीय रूप से एडीएचडी से पीड़ित हूं."
वर्कफ्रंट की बात करें तो फहद फासिल की ब्लॉकबस्टर फिल्म आवेशम 9 मई से अमेजन प्राइम पर स्ट्रीम हो चुकी है, लेकिन अभी इस फिल्म का मलयालम वर्जन ही आप देख सकते हैं. हालांकि, इंग्लिश सबटाइटल के साथ ओटीटी पर ये फिल्म रिलीज की गई है. इसके डब्ड हिंदी वर्जन को लेकर अभी तक कोई अपडेट नहीं है, ऐसे में अगर आप आवेशम को हिंदी में देखना चाहते हैं तो आपको थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा. लेकिन अगर आप इंग्लिश सबटाइटल के साथ मलयालम में यह फिल्म देखना चाहते हैं, तो आप इसे तुरंत ही निपटा दें.
एक्शन और कॉमेडी से भरपूर है आवेशम की कहानी
फहद फासिल की फिल्म आवेशम को जीतू माधवन ने डायरेक्ट किया है. यह फिल्म कॉलेज लाइफ और गुंडागर्दी के खिलाफ एक्शन हीरो की बुलंद आवाज पर बनी है. इस फिल्म में ढेर सारा एक्शन और मजेदार सीन्स आपको दिखेंगे. इस फिल्म में फहद फासिल के अलावा रोशन शाहनवाज, मिथुन जयशंकर, साजिन गोपू और मंसूर अली खान भी लीड रोल में हैं. इस फिल्म में तीन युवा दोस्त पढ़ाई के लिए बेंगलुरु आते हैं, लेकिन एक झगड़े में फंस जाते हैं. फिर वह रंगा से मदद मांगते हैं और इस फिल्म की कहानी इसी के इर्द-गिर्द घूमती है. इस फिल्म को 30 करोड़ की लागत में बनाया गया था, जबकि बड़े पर्दे पर आवेशम ने डेढ़ सौ करोड़ रुपए की कमाई की है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं