
नब्बे के दौर में नाना पाटेकर की मशहूर फिल्म क्रांतिवीर ने काफी तहलका मचाया था. मेहुल कुमार के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता हासिल की थी. इस फिल्म में नाना पाटेकर ने अपनी एक्टिंग और डायलॉग के जरिए खूब सुर्खियां बटोरी थी. 3 करोड़ में बनी इस फिल्म ने 20 करोड़ की कमाई की और आलोचकों की बोलती बंद कर दी. फिल्म में नाना पाटेकर के साथ डिंपल कपाड़िया, ममता कुलकर्णी, परेश रावल और डैनी जैसे बड़े सितारे भी थे. कहते हैं कि फिल्म में नाना पाटेकर को फांसी देने वाले सीन को लिखा ही नहीं गया था, बल्कि बीमार होने के बावजूद नाना ने इस सीन के लिए बिना पढ़े ही सारे डायलॉग बोल दिए थे.
क्रांतिवीर के सेट पर जमा थी हजारों की भीड़
केबीसी में अमिताभ बच्चन के सामने गेस्ट सीट पर बैठे नाना पाटेकर ने इस सीन से जुड़ा दिलचस्प किस्सा शेयर किया तो ऑडियंस के साथ साथ खुद अमिताभ बच्चन भी हैरान हो गए थे. एक ऑडियंस ने नाना पाटेकर से इसी फिल्म के एक फेमस डायलॉग आ गए मेरी मौत का तमाशा देखने को लेकर सवाल किया. इस पर नाना ने कहा इस सीन को लेकर काफी कुछ हुआ था. जब ये सीन शूट होना था तो मैं बीमार था. नाना ने कहा कि हम अस्पताल में थे और शूटिंग चल रही थी. मेहुल कुमार ने इस सीन को शूट करने के लिए तीस हजार लोगों की भीड़ बुलाई थी. नाना ने अमिताभ बच्चन से कहा कि फिल्म के लिए भीड़ जुटाना कितना महंगा पड़ता है, ये तो आप भी जानते हैं.
सीने में दर्द के बावजूद बिना पढ़े बोले डायलॉग्स
नाना पाटेकर ने कहा कि उस वक्त उनके सीने में थोड़ा दर्द हो रहा था और वजह किसी को पता नहीं थी. नाना ने मेहुल कुमार से कहा कि शूटिंग कर लेते हैं. नाना ने सोचा कि उन्हें कुछ हो गया तो ये मारा जाएगा. खास बात ये रही कि ये सीन लिखा नहीं गया था. नाना ने कहा कि शूटिंग वाली जगह पर पांच छह कैमरे लगा दो. इसके बाद जो उनके दिमाग में आता गया, नाना वही बोलते गए और फिर सीन शूट किया. नाना ने कहा कि उन्हें पता नहीं था कि वो क्या बोल रहे हैं, जो उनके जेहन में आता गया, वो बोलते गए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं