12वीं फेल एक्टर विक्रांत मेस्सी का नेपोटिज्म पर निकला दर्द, बोले- जिनकी अपनी कोठिया हैं...

12वीं फेल के एक्टर विक्रांत मेस्सी ने एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि बॉलीवुड एक मेरिट बेस्ड ऑर्गनाइजेशन है.

12वीं फेल एक्टर विक्रांत मेस्सी का नेपोटिज्म पर निकला दर्द, बोले- जिनकी अपनी कोठिया हैं...

नेपोटिज्म पर बोले विक्रांत मेस्सी

नई दिल्ली :

12th Fail Actor Vikrant Massey Expressed His Pain On Nepotism: बॉलीवुड में अक्सर नेपोटिज्म की बात होती है. कई एक्टर्स का ऐसा आरोप रहा है कि बॉलीवुड में इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को प्राथमिकता दी जाती है और अगर आप किसी एक्टर, डायरेक्टर या प्रोड्यूसर के बच्चे हैं तो आपको काम बिना की टैलेंट के भी मिल जाता है. फिल्म 12वीं फेल के एक्टर विक्रांत मेस्सी ने हाल में नेपोटिज्म पर बड़ी बात कही और इस मुद्दे पर खुल कर अपनी राय रखी, जो काफी अलग है. विक्रांत मेस्सी ने एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि बॉलीवुड एक मेरिट बेस्ड ऑर्गनाइजेशन है.

विक्रांत ने कहा लोग भाई-भतीजावाद की बात करते हैं लेकिन मैं लोगों से कहता हूं कि चांदनी चौक में एक दुकानदार भी दुकान पर बैठने के लिए किसी की तलाश में बाहर नहीं जाएगा. वह अपने बेटे से ही कहेगा. तो, यह हर क्षेत्र में है. मैं कोई प्रशिक्षित अभिनेता नहीं हूं. अगर आप किसी के बेटे या बेटी हैं और आपको पर्याप्त मौके मिलते हैं, लेकिन आप काम में अच्छे नहीं हैं, तो आपको तुरंत इस इंडस्ट्री से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा.

‘हर किसी की जगह लेने के लिए कोई है'

अभिनेता ने कहा कि यह भी सच है कि यह एक चुनौतीपूर्ण उद्योग है. उन्होंने कहा कि, मैंने कई लोगों को उत्तर भारत से आते देखा है, जिनकी अपनी कोठिया है, वे उन्हें छोड़कर यहां आ गए. मैंने उन्हें 6-6 लोगों के साथ सोते हुए देखा है. इसलिए, यह गलत धारणा है कि यहां चीजें आसान हैं. यह एक बहुत ही डेमोक्रेटिक कम्यूनिटी है. यह एक बहुत मजबूत और प्रोग्रेसिव कम्यूनिटी है लेकिन यह एक परिवार नहीं है. यह एक बहुत ही प्रतिस्पर्धी उद्योग है. ऐसे हजारों अभिनेता हैं जो मेरी जगह लेना चाहते हैं. क्या वे मेरा भला चाहते हैं? या मैं इरिप्लेसेबल हूं? नहीं, अगर मेरा पैर टूट जाता है, तो कोई और आएगा और मेरी जगह लेगा और अगले 4 दिनों में शूटिंग शुरू कर देगा और यह कितना प्रतिस्पर्धी है.

‘जाति मायने नहीं रखती'

हालांकि, विक्रांत ने इस बात पर जोर दिया कि काम मायने रखता है न कि जाति. उन्होंने कहा, मैंने ऐसे तकनीशियनों को देखा है जो छत्तीसगढ़ से आए थे और शुरुआत में उन्होंने लाइट मैन के रूप में काम किया था लेकिन अब तकनीशियनों के रूप में उनका एक बड़ा नाम है. यह उन्हें उनके काम और क्रिएटिविटी के आधार पर मिला है. यह एक खूबसूरत इंडस्ट्री है जहां जाति और धर्म कोई मायने नहीं रखता.

ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई विक्रांत की फिल्म

बता दें कि  विक्रांत की हालिया रिलीज '12वीं फेल' को इंडिपेंडेंट नॉमिनेशन के रूप में ऑस्कर 2024 में भेजा गया है. फिल्म को कमल हासन, ऋषभ शेट्टी, संजय दत्त, फरहान अख्तर और अनिल कपूर सहित अन्य लोगों से सराहना मिली है.

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