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This Article is From May 04, 2018

Movie Review: उम्र पर मत जाना, हर किसी के दिल को छू लेगी '102 Not Out'

कई फिल्में एक साथ करने के बाद ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन 27 साल बाद फिल्म '102 नॉट आउट' में एक साथ नज़र आ रहें हैं.

Movie Review: उम्र पर मत जाना, हर किसी के दिल को छू लेगी '102 Not Out'
102 Not Out Movie Review: फिल्म के एक सीन में अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर
नई दिल्ली: कई फिल्में एक साथ करने के बाद ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन 27 साल बाद फिल्म '102 नॉट आउट' में एक साथ नज़र आ रहें हैं. फिल्म में अमिताभ बच्चन के बेटे का किरदार ऋषि कपूर कर रहे हैं. फिल्म की कहानी में बाबू लाल वखारिया (ऋषि कपूर) एक नीरस जिंदगी जी रहा है जो कि उनके पिता दत्ताराया वखारिया को (अमिताभ बच्चन) बिल्कुल पसंद नही और वो उनकी ज़िंदगी को पटरी पर लाना चाहते हैं. दत्ताराया 102 साल के हैं और आज भी ज़िंदगी भरपूर तरीके से जीते हैं और उनके लिए उम्र सिर्फ़ एक आंकड़ा है और यही है इस फ़िल्म की फिलॉसफी. वैसे में कहानी कितनी भी बता दूं पर आप खुद सिनेमा हॉल में जाकर इसे महसूस करें तो अच्छा होगा.

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फिल्म की खामियां?
'102 नॉट आउट' मध्यांतर से पहले धीमी गति से आगे बढ़ती है जिसकी वजह से आपको बेचैनी होने लगती है, कहानी को फैलाने के लिए थोड़े दिलचस्प पहलूओं की ज़रुरत थी. दूसरी बात ये की फ़िल्म थोड़ी प्रिडिक्टेबल है. निर्देशक उमेश शुक्ला ने गुजराती नाटक '102 नॉट आउट' को फ़िल्म में तब्दील किया है और फ़िल्म के ट्रीटमेंट में नाटक की झलक मिलती है जो की फ़िल्म के लिए कारगर साबित नहीं होती फिर चाहे वो फ़िल्म का कोई भी विभाग क्यों न हो.

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क्या है खूबियां?
इस फ़िल्म की सबसे बड़ी खूबी है इसका विषय, जो लोगों को छूता है और ख़ास तौर पर उम्रदराज़ लोगों को, पर जो युवा हैं वो भी कहीं न कहीं इसे ख़ुद को जुड़ा पाएंगे क्योंकि हर घर में उम्रदराज़ लोग होते हैं. साथ ही मैं ये भी कहूंगा ये फ़िल्म आज की पीढ़ी को एक सीख भी दे जाती है. फ़िल्म की दूसरी ख़ूबी है इसके बहुत से मोमेंट्स जो आपके हाथ को छुपते-छुपाते आपकी आंखों तक ज़रूर लेकर जाएंगे. 

देखें ट्रेलर-


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'वक्त ने किया क्या हंसी सितम और जिंदगी, मेरे घर आना' जैसे सदाबहार गानों का निर्देशक उमेश शुक्ला ने बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल किया है. दोनों ही अभिनेता ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन नें इन दृश्यों में दिल को झकझोर दिया है. ऋषि ने एक बार फिर अपने बेहतरीन और सधी हुई अभिनय से चौंकाया है. फिल्म के गानों के बोल काफी अच्छे रहे. फिल्म का कैमरा वर्क औक बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है. बावजूद मेरे द्वारा बताई गयी ख़ामियों के ये फ़िल्म आपको देखनी चाहिए, मेरी और से 3 स्टार्स.

कास्ट: अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर और जिमित त्रिवेदी
निर्देशक: उमेश शुक्ला 
स्क्रिप्ट: सौम्या जोशी 
स्क्रीन प्ले: विशाल पाटिल 
म्यूजिक: सलीम सुलेमान 
बैकग्राउंड स्कोर: जॉर्ज जोसेफ

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