Year ender 2022 : पूरी दुनिया 2022 को अलविदा कहकर 2023 के स्वागत की तैयारी में जुट गई है. कोविड के चलते तीन साल बाद 2022 में तीज त्योहारों की खूब धूम रही. लोगों ने परिवार के साथ मिलकर खूब आनंद उठाया. कोरोना के दो साल हर त्योहार और उत्सव लॉकडाउन के नियमों के बीच मने. उसके बाद आए साल 2022 में लोगों ने हर उत्सव को धूमधाम से मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. दस दिन तक हर्षोल्लास के साथ गणेश उत्सव भी मना तो नवरात्र के नौ दिन तक भक्त मां दुर्गा की आराधना में डूबे रहे. चलिए जानते हैं साल 2022 की गणेश चतुर्थी और नवरात्रि से जुड़ी जरूरी जानकारी.
हर साल मनाते हैं चार नवरात्रि
चैत्र और शारदीय में आने वाली नवरात्रि के बारे में तो अधिकांश लोग जानते हैं. इनके अलावा भी दो और नवरात्र मनाई जाती हैं जो है गुप्त नवरात्र. जो हर साल अश्विन और चैत्र के माह में होती है. माना जाता है कि इन दोनों नवरात्र पर गुप्त सिद्धियां हासिल करने के इच्छुक लोग पूजा पाठ करते हैं. जबकि चैत्र और शारदीय नवरात्र मां दुर्गा के समस्त स्वरूप के साथ ही कुल देवी या देवता के पूजन के लिए शुभ मानी जाती हैं.
कब थी गुप्त नवरात्र?
- माघ में आने वाली गुप्त नवरात्रि- 2 फरवरी 2022 से शुरू - 11 फरवरी 2022 पर खत्म
- आषाढ़ में आने वाली गुप्त नवरात्रि- 30 जून 2022 से शुरू- 8 जुलाई 2022 पर खत्म
गुप्त नवरात्रि का महत्व और महाविद्या
गुप्त नवरात्रि को जिन नौ देवियों का पूजन किया जाता है उनमें मां काली, मां तारा, मां त्रिपुरा सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, मां छिन्नमस्ता, मां त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां मातंगी और मां कमला शामिल हैं. माना जाता है कि जो नवरात्रि में इन दस शक्तियों को साध लेता है उसे दुर्लभ शक्तियां प्राप्त होती हैं.
कब थी सामान्य नवरात्रि?
- चैत्र में आने वाली नवरात्रि- 2 अप्रैल 2022 से शुरू- 11 अप्रैल 2022 पर खत्म
- अश्विन में आने वाली नवरात्रि- 26 सितंबर 2022 से शुरू- 5 अक्टूबर 2022 पर खत्म
नवरात्रि का महत्व और नौ देवियां
चैत्र और शारदीय नवरात्र दोनों पर मां शैलपुत्री, मां ब्रह्मचारिणी, मां चंद्रघंटा पूजा, मां कुष्मांडा, मां स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है. माता के भक्त पूरे नौ दिन के अनुसार इन देवियों का पूजन करते हैं साथ ही सुख समृद्धि की कामना भी करते हैं.
गणेश चतुर्थी 2022
इस साल गणेश चतुर्थी 31 अगस्त से शुरू हुई और 09 सितंबर तक जारी रही. इन दस दिनों में गजानन के भक्तों ने खूब झांकियां सजाईं. जिनमें जय गणेश के नारे भी खूब गूंजे. मान्यता है कि जो इन दिन पूरे मन और आस्था से श्री गणेश का पूजन करते हैं भगवान उनके सारे विघ्न हर लेते हैं.