
Sar Par Chipkali Girne ka Matlab: भारतीय परंपराओं में कई घटनाओं को शकुन और अपशकुन से जोड़कर देखा जाता है. इन्हीं में से एक है सिर या बालों पर छिपकली गिरना. आमतौर पर लोग इसे देखकर डर जाते हैं, लेकिन ज्योतिष और शकुन शास्त्र में इसका खास मतलब बताया गया है. ऐसे में आइए ज्योतिर्विद से जानते हैं अगर आपके सिर पर छिपकली गिर जाए, तो ये कैसा संकेत है. ऐसा होना अच्छा माना जाता है या ये किसी तरह की चेतावनी हो सकती है.
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क्या कहते हैं ज्योतिर्विद?
इसे लेकर ज्योतिर्विद एवं वास्तु विशेषज्ञ राकेश चतुर्वेदी बताते हैं, दक्षिण भारत के प्रसिद्ध शकुन ग्रंथ 'गोविलिळा शकुनम्' में छिपकली से जुड़े संकेतों का विस्तार से वर्णन मिलता है. सिर पर छिपकली गिरना अचानक परिवर्तन का संकेत होता है. सिर हमारे विचार, सोच और निर्णय का प्रतीक माना जाता है. इसलिए जब छिपकली सिर या बालों पर गिरती है, तो इसका अर्थ यह होता है कि व्यक्ति के जीवन में पुराने विचार समाप्त हो रहे हैं और नए विचार जन्म लेने वाले हैं.
यह संकेत इस बात की ओर भी इशारा करता है कि किसी रुके हुए निर्णय में आगे बढ़ने का समय आ गया है. मन पर जो बोझ या उलझन बनी हुई थी, वह धीरे-धीरे दूर हो सकती है. इसलिए इसे पूरी तरह अशुभ न मानकर परिवर्तनकारी संकेत माना जाता है.
क्या इससे कोई दोष बनता है?
ज्योतिर्विद बताते हैं, धर्मग्रंथों या ज्योतिष में सिर पर छिपकली गिरने से कोई स्थायी दोष नहीं बनता. यह न तो ग्रहदोष है और न ही पितृदोष. हालांकि, मान्यता है कि इस घटना का प्रभाव मानसिक स्तर पर होता है. कहा जाता है कि इस समय चंद्र और राहु का प्रभाव मन पर पड़ता है, जिससे व्यक्ति थोड़ी देर के लिए असमंजस या बेचैनी महसूस कर सकता है.
गिरने की दिशा के अनुसार संकेत
पीछे से गिरना
अगर आपके सिर पर पीछे से छिपली गिरी है, तो ये पुरानी चिंता या परेशानी दूर होने का संकेत हो सकता है.
सामने से गिरना
अगर सामने से छिपकली गिरे, तो ये नया काम, नया अवसर या धन से जुड़ा निर्णय लेने की ओर संकेत हो सकता है.
दाईं ओर गिरना
ऐसा होने पर शुभ समाचार मिलने की संभावना होती है.
बाईं ओर गिरना
अगर बाईं ओर से छिपकली गिरे, तो ये भ्रम की स्थिति, जल्दबाजी से बचने की सलाह की ओर इशारा हो सकता है.
छिपकली गिरसे के बाद क्या करें?
अगर इस घटना के बाद मन घबरा जाए या बेचैनी हो, तो कुछ सरल उपाय किए जा सकते हैं.
- सबसे पहले स्नान करें और साफ जल अर्पण करें, इससे मन को शांति मिलती है.
- इसके बाद सफेद वस्तुओं का दान करें, जैसे दूध, चावल या दही.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)