भारतीय जनता पार्टी ने टीवी धारावाहिक 'रामायण' में भगवान श्रीराम की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मेरठ लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. 2021 में ही अरुण गोविल भाजपा में शामिल हुए थे. इनका जन्म मेरठ में हुआ था और उन्होंने पार्टी के मौजूदा सांसद राजेंद्र अग्रवाल की जगह ली है.
अरुण गोविल का जन्म 12 जनवरी, 1952 को मेरठ में हुआ था. उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. अपने कॉलेज के दिनों में उन्होंने नाटकों और स्टेज शो में भाग लिया. उनके पिता चंद्रप्रकाश गोविल सरकारी अधिकारी थे.
1975 में वह अपने भाई के व्यवसाय में शामिल होने के लिए मुंबई चले गए, लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि यह उनके लिए नहीं है. फिर उन्होंने अभिनय करने का फैसला किया. अरुण गोविल को बड़ा ब्रेक 1977 की फिल्म 'पहेली' से मिला, जहां उन्होंने निर्देशक ताराचंद बड़जात्या को प्रभावित किया. इसके बाद तीन फिल्मों को साइन किया, जिनमें 'सावन को आने दो' (1979) और 'सांच को आंच नहीं' (1979) जैसी हिट फिल्में शामिल थीं.
अरुण गोविल ने 1987 में रामानंद सागर के धारावाहिक 'विक्रम बेताल' से टीवी पर शुरुआत की और अंततः 'रामायण' से प्रसिद्धि हासिल की. इस शो ने उन्हें घर-घर में मशहूर नाम बना दिया. उन्होंने यूगो साको की इंडो-जापानी एनीमेशन फिल्म 'रामायण : द लेजेंड ऑफ प्रिंस रामा' (1992) में राम के लिए आवाज भी दी.
1980 के दशक में अरुण गोविल ने कांग्रेस के लिए प्रचार किया, लेकिन सक्रिय राजनीति में उतरने में उन्हें कई दशक लग गए.
एक्टिंग के दौरान ही अरुण गोविल की मुलाकात पत्नी श्रीलेखा से हुई थी. श्रीलेखा कपड़ा डिज़ाइनर हैं. इन दोनों के सोनिका और अमल नाम के दो बच्चे हैं.
अरुण गोविल का जन्म 12-Jan-1952 को मेरठ में हुआ.
बीएससी-जीएफ कॉलेज शाहजहांपुर (आगरा यूनिवर्सिटी)
भारतीय जनता पार्टी
विवाहित
श्रीमती श्रीलेखा
1 पुत्र, 1 पुत्री
305-306,अमरनाथ टावर्स, वर्सोवा,अंधेरी वेस्ट, मुंबई 400061