Turkey sinkholes: तुर्की ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है. तुर्की के कोन्या मैदान में ऐसा भयंकर मंजर देखने को मिला है, जिसने वैज्ञानिकों के पसीने छुड़ा दिए हैं. तुर्की के कोन्या में बड़ी संख्या में अचानक सिंकहोल बन गए हैं. ड्रोन से इस दिल दहला देने वाले नजारों को कैद किया गया है. ड्रोन ने अपने कैमरों में 100 फीट चौड़े और सैकड़ों फीट गहरे गड्डों को कैप्चर किया है. यह कोई साधारण गड्ढे नहीं है, बल्कि यह पूरे के पूरे खेत अपने में समा लेने वाले गड्ढे हैं. इसमें किसान की मेहनत से बनी पूरी की पूरी फसल पाताल लोक में दफन में हो जाती है. अब वैज्ञानिक इस बात का पता लगा रहे हैं कि ये सिंकहोल आखिर बने कैसे?
गड्ढे में समा रहा तुर्की ? (Sinkhole Surge in Turkey)
नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोन्या के मैदान में इन सिंकहोल की संख्या 700 है. बीते एक साल में करापिनार में इनकी संख्या 20 से अधिक थी. इस स्थिति को देखते हुए तुर्की के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इसे उनके देश की सबसे गंभीर भू-आकृतिक चुनौतियों में से एक माना है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि यह ना सिर्फ तुर्की बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी है. इन सिंकहोल्स से मालूम पड़ता है कि क्लाइमेट चेंज और भूजल खत्म होने से धरती पर क्या-क्या विनाश हो सकते हैं. हाल ही में सिंकहोल्स के सामने आए इस वीडियो ने लोगों को दहशत में डाल दिया है.
क्या है सिंकहोल बनने की वजह? (Turkey 700 Sinkholes Crisis)
वैज्ञानिकों ने इन सिंकहोल्स के बनने की वजह में धरती के निचले स्तर में पानी कम होना, लगातार सूखा होना और क्लाइमेट चेंज की वजह से बारिश ना होना, बताया है. गौरतलब है कि तुर्की का कोन्या देश का सबसे बड़ा गेहूं उत्पादन क्षेत्र है और इसलिए इस क्षेत्र को 'ब्रेड बास्केट ऑफ टर्की' भी कहा जाता है, लेकिन सिंकहोल्स की बढ़ती संख्या तुर्की के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है, जिससे देश के सामने गेहूं को लेकर बड़ा संकट खड़ा हो सकता है.
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कब से बढ़ी मुसीबत...? (Turkey 700 Sinkholes Viral Video)
एक्सपर्ट का मानना है कि यह साल 2000 के बाद से तुर्की में सिंकहोल्स की संख्या में बहुत तेजी आई है. इसका कारण यह है कि यहां चीनी, चुकंदर और मक्का की खेती के लिए भूजल का ज्यादा इस्तेमाल हुआ और इसी वजह से पानी का स्तर और भी नीचे चला गया और इसलिए जमीन धंसने लगी. नासा (NASA) भी चेतावनी दे चुका है कि तुर्की में पानी के जमीनी स्टोर 15 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुके हैं. इससे देश में बड़ा संकट पैदा हो सकता है. बता दें, तुर्की के अलावा अमेरिका, चीन और भारत में भी ऐसे संकेत देखे जा चुके हैं और इसलिए वैज्ञानिक इस समस्या को वैश्विक समस्या बता रहे हैं.
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