नींद खुली तो पता चला गलत जगह पहुंच गए यात्री, यूरोप में ईशा तूफान के कहर से फ्लाइट्स प्रभावित

तूफान के चलते पश्चिमी यूरोप की दर्जनों फ्लाइट्स कैंसल हो गईं, कई के रूट डायवर्ट हो गए और कई गलत स्थानों पर पहुंच गए थे. हवाई जहाज में यात्रा करने वाले यात्रियों की जब आंखें खुली तो वो गलत जगह पहुंच गए थे.

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नींद खुली तो पता चला गलत जगह पहुंच गए यात्री

पूरे यूरोप में हजारों एयरलाइन यात्रियों की जब नींद खुली तो वो गलत जगह पहुंच गए थे. यहां तक कि कुछ यात्री तो गलत देश में पहुंच चुके थे. इसके पीछे का कारण दरअसल ईशा तूफान था. इस तूफान के चलते पश्चिमी यूरोप की दर्जनों फ्लाइट्स कैंसल हो गईं, कई के रूट डायवर्ट हो गए और कई गलत स्थानों पर पहुंच गए थे. हवाई जहाज में यात्रा करने वाले यात्रियों की जब आंखें खुली तो वो गलत जगह पहुंच गए थे.

यह आमतौर पर लंबी यात्राओं के लिए ए टू बी सबसे तेज़ तरीका है, लेकिन कल रात आयरलैंड और यूके से यात्रा करने वालों के लिए हवाई जहाज की यात्रा एक समस्या बन गई. आयरलैंड और ब्रिटेन के हवाई अड्डे ईशा तूफान से बुरी तरह प्रभावित हुए. एयरपोर्ट के रनवे पर हवाएं 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थीं. पश्चिम की ओर जाने वाले कई हवाई जहाजों को यूरोप महाद्वीप में सुरक्षित लैंडिंग कराई गई. डबलिन हवाई अड्डे के ऑपरेटर DAA में कम्युनिकेशन के ग्रुप हेड केविन कलिनने के मुताबिक, Ryanair विशेष रूप से प्रभावित हुआ है, क्योंकि इसका आधार डबलिन है. यहां रविवार को आने वाली और जाने वाली 166 उड़ानों को रद्द कर दिया गया था. हवाईअड्डे पर 36 उड़ानों में बदलाव हुआ और फ्लाइट्स ने 34 बार चक्कर लगाए. ये तब होता है जब विमान बीच प्रोसेस में लैंडिंग छोड़ देते हैं और दूसरे प्रयास के लिए एक बार फिर 'घूमने' का फैसला करते हैं. फ्लाइट्स के इन आंकड़ो को देख हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि आयरलैंड से आने और वहां जाने वाले विमान कैसे संघर्ष कर रहे थे.

कैनरी द्वीप समूह में लैनज़ारोट से डबलिन के लिए जाने वाली एक Ryanair की उड़ान लगभग आयरलैंड की राजधानी के करीब पहुंच गई, लेकिन वहां उतरने की बजाए बिना प्रयास फ्रांस के बोर्डो की ओर मुड़ने का फैसला किया.

Ryanair की एक और उड़ान, FR555, मैनचेस्टर से डबलिन के लिए उड़ान भरने वाली थी. होल्डिंग पैटर्न में पास में चक्कर लगाने के बाद, इसने डबलिन में उतरने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सका और घूमकर पेरिस ब्यूवैस की ओर मुड़ गया. आमतौर पर आधे घंटे की ये उड़ान बढ़कर ढाई घंटे की हो गई. एक दूसरी मैनचेस्टर-डबलिन की फ्लाइट यूके और आयरलैंड के बीच तीन घंटे से अधिक समय तक चक्कर लगाती हुई दिखाई दी. इस फ्लाइट ने जब डबलिन छोड़कर, बेलफ़ास्ट में जमीन पर उतरने का प्रयास किया (जहां उसने चारों ओर चक्कर लगाया) तो सफल नहीं हुई और ग्लासगो के ऊपर चक्कर लगाती रही. इसके बाद फ्लाइट लिवरपूल में लैंड हुई जो इसके डेस्टिनेशन से करीब 31 मील दूर था.

एक तीसरी फ्लाइट, FR816, जो शैनन से एडिनबर्ग तक जाने वाली थी, इसका पहुंचने का समय एक घंटे था. उस फ्लाइट ने स्कॉटलैंड तक उड़ान भरी और फिर जर्मनी में कोलोन की ओर मुड़ गई. दोपहर 3.35 बजे डबलिन से उड़ने के बाद भी इसमें काफी देर हुई और ये फ्लाइट यह आधी रात के आसपास कोलोन पहुंची. इसके अलावा म्यूनिख से डबलिन जाने वाली लुफ्थांसा की फ्लाइट को चक्कर लगाकर म्यूनिख लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा.

आयरलैंड में कॉर्क में रविवार को 13 फ्लाइट्स के कैंसलेशन देखे गए, इसके साथ ही छह में बदलाव और सात को चक्कर लगाना पड़ा. इस तूफान के चलते ब्रिटेन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ. यूके के फ्लाइट ट्रैफिक कंट्रोलर ऑपरेटर NATS के मुताबिक अनुसार, यूके के हवाई अड्डों पर विमानों ने 100 से अधिक चक्कर लगाए.

NATS नेटवर्क ऑपरेशन्स के प्रमुख स्टीव फॉक्स ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि- "ईशा तूफान ने इंग्लैंड और आयरलैंड के साउथ में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी. यहां, साउथ-वेस्ट हवाएं 70-75 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थीं, जिसका मतलब ये हुआ कि ये हवाएं, साउथ में प्रमुख हवाई अड्डों पर विपरीत दिशा में चल रही थीं. इस तूफान और अशांति के कारण उड़ान कर्मियों की चुनौतियां और भी बढ़ गईं.

ब्लॉग में आगे लिखा कि- “देश के नॉर्थ में, हवाएं और भी अधिक भयंकर थीं, वो 90 मील प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार के साथ न केवल चल रहीं थीं बल्कि पूरे ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के के लिए समस्याएं पैदा कर रही थीं. जैसे ही ब्रिटेन के हवाई क्षेत्र में फ्लाइट्स उड़ान भरतीं या तो वो असमर्थ रहतीं या उनके रूट को डायवर्ट कर दिया जाता. पूरी शाम हमने स्थिति पर नजर बनाए रखी क्योंकि विमान को डबलिन से ड्यूविल, एडिनबर्ग से कोलोन और ब्रिटेन में जहां भी कम से कम प्रभावित हुआ था, वहां रूट में बदलाव कर दिया गया."

हवाई अड्डे के एक प्रवक्ता के मुताबिक, एडिनबर्ग में 44 फ्लाइट्स कैंसलेशन और 8 फ्लाइट्स डायवर्ट हुईं, उन्होंने रविवार के ऑपरेशन्स को "चुनौतीपूर्ण" बताया. प्रवक्ता के अनुसार, मैनचेस्टर में 14 कैंसलेशन देखे गए, लेकिन हवा की दिशा के कारण अन्य हवाई अड्डों की तुलना में यहां कम उड़ानें भरी गईं. उन्होंने कहा, "हमने देखा कि मैनचेस्टर से निकलने वाली कुछ फ्लाइट्स दूसरे हवाईअड्डों, खासकर डबलिन के हालातों के कारण मैनचेस्टर से रवाना हो रही थीं. इसके अलावा कुछ को मैनचेस्टर की ओर मोड़ दिया गया था." डोमेस्टिक एयरलाइन्स लोगानएयर ने कल हवाई अड्डे पर अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दीं थीं.

हवाईअड्डे के एक प्रवक्ता के मुताबिक, लंदन के गैटविक हवाईअड्डे पर 22 उड़ानें डायवर्ट हुईं, लेकिन दूसरे हवाईअड्डों से पांच फ्लाइट्स डायवर्ट हुईं. लंदन के नॉर्थ-ईस्ट में मौजूद स्टैनस्टेड कम प्रभावित हुआ, जहां 9 कैंसल हुईं और 31 के रूट्स को डायवर्ट किया गया.

Antalya से ईजीजेट की फ्लाइट ने तुर्की से मैनचेस्टर के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन यूके पहुंचने से पहले ही इसे फ्रांस के ल्योन में सुरक्षित लैंडिंग करानी पड़ी.

एक फ्लाइट ने अपना रूट फॉलो करने की बजाए ब्रिटेन में उतरने का भी प्रयास किया. मैनचेस्टर से बुडापेस्ट जाने वाली Ryanair की उड़ान 718 को फिर से उड़ते और बुडापेस्ट पहुंचने की बजाए स्टैनस्टेड में 1,200 फीट नीचे उतरते देखा गया.

फ्लाइट्स ट्रैकिंग वेबसाइट्स की तस्वीरें अजीबो-गरीब रूट और चक्कर दिखा रही थीं. इन वेबसाइट्स पर कभी विमान चक्कर लगाते दिखाई दिए तो कहीं उतरने के लिए सुरक्षित विंडो का इंतजार कर रहे थे. सफल नहीं होने पर वो दूसरे देशों में जाकर लैंड हुए.

सोमवार की सुबह से ही इस ईशा तूफान का प्रभाव दिखने लगा, विमान पूरे यूरोप में बिखर गए. कलिनेन ने कहा, सुबह 8.30 बजे तक डबलिन में 29 टिकट्स कैंसल हुईं. उन्होंने कहा कि तूफान से प्रभावित यात्रियों की एक्स्ट्रा पार्किंग फीस माफ कर दी गईं. आज कॉर्क में केवल एक टिकट का कैंसेलेशन हुआ.

जब यूके तूफान से प्रभावित दिखाई दे रहा था तो बिग जेट टीवी के एविएशन स्ट्रीमर जेरी डायर हीथ्रो में थे, दोपहर के दौरान विमानों को आते देख रहे थे हालांकि हवाएं अपने चरम पर नहीं पहुंची थीं. जब अंधेरा हो गया तो डायर ने फीड को बंद कर दिया. उसने हवा के साथ विमान को संघर्ष करते हुए और कठिन लैंडिंग करते हुए कैमरे में कैद कर लिया. जैसा मेक्सिको सिटी से एरोमेक्सिको की उड़ान के साथ हुआ, जब वो हवा में हिलने लगी थी.

उन्होंने सीएनएन को बताया, "ये तेज हवाओं में गाड़ी या बाइक चलाने जैसा है, जब आप उसके विरोध में उड़ान भरते हैं. यह बहुत नियंत्रित में रहता है, पायलट जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं." ईशा तूफान की लैंडिंग के उनके फुटेज को अभी तक 350,000 से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

उन्होंने कहा, "ये वीडियो लोग मनोरंजन के लिए देखते हैं, लेकिन वो ये भी देखना चाहते हैं कि तूफान में क्या कुछ होता है- वे खुद नाटक चाहते हैं, जैसे घूमना-फिरना." एक अन्य स्ट्रीमर ने बर्मिंघम हवाई अड्डे पर हर यात्रा के फुटेज कलेक्ट किए हैं.

देर दोपहर लंदन हीथ्रो में उतरने वाले एक पायलट ने CNN को बताया कि उन्हें 3,000 फीट की ऊंचाई पर लगभग 104 मील प्रति घंटे की हवाओं का सामना करना पड़ा, जो जमीनी स्तर पर घटकर 40 मील प्रति घंटे रह गई.

पायलट ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, “कल जैसे हालातों में विमान को सुरक्षित रूप से जमीन पर उतारना एक बहुत बड़ा टीम एफर्ट है. टीम के सभी लोग विमान नहीं चलाते हैं लेकिन पायलट का इस दौरान काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है. यह न केवल पायलट्स के लिए बल्कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स के लिए भी काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है. ये कंट्रोलर विमान को सफल लैंडिंग के लिए बेहद ध्यान से ले जाते हैं. कल हवा तेज थी कि हमारी जमीनी स्पीड ऐसी थी कि, कठिन परिस्थितियों में, एक हेलीकॉप्टर को विमान से आगे जाते हुए देखा गया".

उन्होंने कहा कि इस तरह की स्थितियों से निपटना सामान्य बात है. ऐसे हालात यात्रियों के लिए रोमांचक और कभी-कभी तनावपूर्ण हो सकते हैं. बिग जेट टीवी के जेरी के सुनाए जाने पर यह आपको मनोरंजक भी लग सकते हैं. लेकिन यह सब एक एयरलाइन पायलट के लिए एक काम का हिस्सा है. हम इन चरम घटनाओं के लिए ट्रेनिंग लेते हैं और सफलता के लिए प्लानिंग करते हैं. कल हमने जरूरत पड़ने पर बेहद अधिक और अतिरिक्त संयम से काम लिया.

“सेफ्टी कोई अचानक होने वाली चीज नहीं है, ये पूरी तरह प्लानिंग और दूसरे विकल्पों के लिए जरिए अंजाम दी जाती है, जब आपको कठिन हालातों में अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचना होता है.”

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