खास बातें
- मध्यप्रदेश में कर्क रेखा पर स्थित डोंगला में गुरुवार को दोपहर कुदरत का अनोखा नजारा देखा गया, जब सालाना खगोलीय घटना के तहत ठीक 12 बजकर 28 मिनट पर साये ने सबका साथ छोड़ दिया।
इंदौर: मध्यप्रदेश में कर्क रेखा पर स्थित डोंगला में गुरुवार की दोपहर कुदरत का अनोखा नजारा देखा गया, जब सालाना खगोलीय घटना के तहत ठीक 12 बजकर 28 मिनट पर साये ने सबका साथ छोड़ दिया।
उज्जैन की जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ राजेंद्रप्रसाद गुप्त ने बताया, ‘पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा के दौरान बनी विशिष्ट स्थिति के कारण ठीक 12 बजकर 28 मिनट पर सौरमंडल का मुखिया कर्क रेखा पर एकदम लम्बवत हो गया यानी सूर्य की किरणें इस रेखा पर स्थित जगहों पर बिल्कुल सीधी पड़ीं। इस वक्त डोंगला में भी परछाईं कुछ पलों के लिये गायब हो गयी।’
उन्होंने बताया कि इंदौर से करीब 90 किलोमीटर दूर डोंगला कर्क रेखा पर अपनी खास स्थिति के चलते दुनिया के उन चुनिंदा स्थानों में शामिल है, जहां सालाना खगोलीय घटना के तहत परछाईं गायब होने का अजब-गजब नजारा देखा गया।
इस दुर्लभ दृश्य के गवाह बनने के लिये देशभर के खगोल वैज्ञानिकों के साथ आम लोग भी उज्जैन जिले के इस छोटे से गांव में उमड़ पड़े। गुप्त ने बताया कि शुक्रवार 22 जून से सूर्य सायन कर्क राशि में प्रवेश करके दक्षिण की ओर गति करना प्रारंभ कर देगा। ज्योतिष शास्त्र की जुबान में इसे सूर्य का दक्षिणायन होना कहा जाता है। इसके बाद रात के मुकाबले दिन लगातार छोटे होते जाते हैं।