पश्चिम रेलवे का टिकट चेकिंग स्टाफ न केवल बिना टिकट यात्रियों की समस्या से निपटने में, बल्कि यात्रियों की मदद के लिए भी काम कर रहा है. अब रेलवे ने एक ऐसा काम किया है, जिसके लिए तारीफ हो रही है. 3 मई 2024 को मुंबई सेंट्रल मंडल के मुख्य टिकट निरीक्षक महेश गिरी ने सतर्कता दिखाते हुए ट्रेन में अपने परिवार से बिछड़े एक बुजुर्ग व्यक्ति को उनके परिवार से मिलाया.
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर के अनुसार 03 मई, 2024 को ट्रेन संख्या 12267 मुंबई सेंट्रल-हापा दुरंतो एक्सप्रेस में यात्रा करते समय मुख्य टिकट निरीक्षक महेश गिरी को सूचित किया गया कि 74 वर्षीय रमेश जोशी नाम का एक वरिष्ठ यात्री जो अपनी पत्नी और बेटी के साथ मुंबई से राजकोट जा रहे थे, सुरेंद्रनगर स्टेशन पर लापता हो गये. यात्री की बेटी द्वारा संपर्क किए जाने पर गिरि ने तत्काल कार्रवाई की और राजकोट के कंट्रोल ऑफिस को सूचित किया. उन्होंने पूरी ऑन-बोर्ड टीम को ट्रेन में बुजुर्ग यात्री की तलाश करने का भी निर्देश दिया. यात्री भूलने की बीमारी से पीड़ित होने के कारण उनके परिवार वाले अधिक चिंतित थे.
बाद में पता चला कि यात्री रमेश जोशी सुरेंद्रनगर स्टेशन पर चलते समय कोच संख्या एम-2 के पास गिर गये थे. कुछ यात्रियों ने उन्हेंं उठाया और वहां पर मौजूद कर्मचारियों के पास पहुंचे. यात्री को कुछ भी याद नहीं था, केवल अपनी बेटी का नाम याद था. पहचान सुनिश्चित करने के बाद पूरी सावधानी के साथ उन्हें उनके परिवार के पास पहुंचाया गया. परिवार के सदस्य और सह-यात्री बहुत खुश हुए और उन्होंने पूरी ऑन-बोर्ड टीम को धन्यवाद दिया. राजकोट के कंट्रोल ऑफिस को भी सूचित किया गया.
ठाकुर ने आगे बताया कि टिकट चेकिंग गतिविधियों के अलावा पश्चिम रेलवे के टिकट चेकिंग स्टाफ नेक भाव के साथ यात्रियों की मानवीय सेवा भी करते हैं. पश्चिम रेलवे का स्टाफ तत्काल चिकित्सा सहायता की व्यवस्था करके यात्रियों को यात्रा के दौरान उनकी खोई हुई मूल्यवान वस्तुओं को वापस दिलाने में सहायता करने के साथ-साथ लापता बच्चों और वृद्ध यात्रियों को ढूंढने में सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.