Chinese Zoo Paints Donkey: सोशल मीडिया पर इन दिनों चीन के एक जू का वीडियो धड़ल्ले से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर आपको हैरानी भी होगी और आप हंस-हंसकर लोटपोट भी हो जाएंगे. असल में मामला ही कुछ ऐसा है, जिसे जानने के बाद आप भी इस वीडियो को बार-बार लूप में देखने को मजबूर हो जाएंगे. दरअसल, चीन के शेडोंग (Shandong) प्रांत के ज़ीबो सिटी मनोरंजन पार्क (Zibo City amusement park) में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक चिड़ियाघर ने गधे को ज़ेब्रा जैसा दिखाने के लिए उसे काले और सफेद रंग में रंग दिया.
गधे को बना दिया जेब्रा (Zebra Paint In Zoo)
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इस हरकत का मकसद ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करना था, लेकिन सोशल मीडिया पर इसकी कड़ी आलोचना हो रही है. चीन के जू ने माना है कि जेब्रा नहीं था इसलिए उन्होंने गधे को ही पेंट कर दिया और जेब्रा की तरह बनाने की हर कोशिश कर डाली. अब जू की इस हरकत पर कुछ यूजर्स मौज ले रहे हैं, तो कुछ ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. इस पूरे मामले पर जू का कहना है कि ये उनकी मार्केटिंग स्ट्रेटजी है. यह विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने गधे की तस्वीरें साझा कीं, जिसमें वह ज़ेब्रा जैसी धारियों के साथ दिख रहा था. इस बीच जैसे ही तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए, चिड़ियाघर ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्होंने वास्तव में गधों को रंगा था. हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि उपयोग किया गया डाई (रंग) जहरीला नहीं था.
यहां देखें वीडियो
सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया (donkey zebra video)
चिड़ियाघर के एक कर्मचारी ने सफाई देते हुए कहा कि, "मालिक ने यह सब मजे के लिए किया है." उन्होंने यह भी बताया कि पहले भी एक अन्य चिड़ियाघर ने कुत्ते को पांडा के रूप में सजाकर प्रचार किया था और वे भी इसी तरह का प्रचार करना चाहते थे. इस हरकत से नाराज लोग कड़े नियमों की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें. एक यूजर ने कहा, "यह जानवरों और पर्यटकों दोनों के साथ अन्याय है." वहीं, एक अन्य ने लिखा, "ऐसा हमेशा चीन में ही क्यों होता है?" कुछ लोगों ने चिड़ियाघर के काम की आलोचना करते हुए कहा कि, "उन्होंने रंगने का काम भी बहुत खराब तरीके से किया है."
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे ही मामले (black and white donkey)
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब चीन के किसी चिड़ियाघर ने इस तरह का धोखा देने की कोशिश की हो. पिछले महीने जिआंगसु प्रांत के ताइझोउ शहर में भी एक चिड़ियाघर ने दो कुत्तों को बाघ की तरह रंगकर सोशल मीडिया पर प्रचार किया था. चिड़ियाघर ने दावा किया था कि, "हमारे बाघ बहुत बड़े और खतरनाक हैं", लेकिन जब यह वीडियो वायरल हुआ तो लोगों ने पाया कि पिंजरे में असली बाघ नहीं, बल्कि काले-नारंगी रंग में रंगे दो 'चाउ चाउ' नस्ल के कुत्ते थे. बाद में चिड़ियाघर ने कबूल किया कि यह सिर्फ एक "गिमिक" था और इससे जानवरों को कोई नुकसान नहीं हुआ. हालांकि, इन घटनाओं के बाद लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या ऐसे चिड़ियाघरों पर कार्रवाई होगी या फिर यह प्रथा यूं ही चलती रहेगी.
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