अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने एक विशेष साक्षात्कार में एनडीटीवी से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने साल 2024 में फिर से लड़ने की उनकी योजना, 2020 के चुनाव के बारे में उनके आरोपों व भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके संबंधों और यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बारे में बातचीत की.
ये हैं इंटरव्यू की खास बातें:
- हर कोई चाहता है कि मैं चुनाव लड़ूं, मैं चुनाव में आगे चल रहा हूं. ऐसे में मैं बहुत निकट भविष्य में निर्णय लूंगा. मुझे लगता है कि बहुत से लोग बहुत खुश होंगे.
- मेरे भारत और प्रधानमंत्री मोदी से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं. मुझे लगता है कि वह एक महान व्यक्ति हैं और बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. उनके लिए यह आसान काम नहीं है.
- उन्होंने (जो बाइडेन) हमारे देश के लिए बहुत बुरा किया है. हमारा देश इस तरह की स्थिति में कभी नहीं रहा. हम कई मायनों में कमजोर हो गए हैं
- मुझे लगता है कि भारत का मुझसे बेहतर दोस्त कभी नहीं रहा. मुझे लगता है कि मेरा रिश्ता (आपको प्रधानमंत्री मोदी से पूछना होगा) लेकिन मुझे नहीं लगता कि किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ आपके संबंध इससे बेहतर कभी रहे होंगे.ॉ
- यह (फ्लोरिडा छापे) एक भयानक बात थी. इसका जनसंख्या पर बड़ा प्रभाव पड़ा है.
- मैं एक अलग स्थान पर था. मैं फ्लोरिडा में नहीं था, और मुझे बुलाया गया था. और जब मैंने इसके बारे में सुना, तो मैंने कहा 'यह अजीब है'.
- यह एक सेट अप है. यह शस्त्रीकरण है और ऐसा करना अनुचित है. यह हमारे देश के लिए बुरी बात है. यह उन सभी झांसों की तरह है जिनसे हमें गुजरना पड़ा है.
- यहां एक बेहद बेकार चुनाव हुआ, बेहद बेकार, बेहद बेकार घटना हमारे साथ हुई. यह एक धांधली वाला चुनाव था. - फिलहाल देश की अर्थव्यवस्था भयानक है. हमने दुनिया भर में अपनी आवाज और सम्मान खो दिया है.
- मुझे लगता है कि मैंने उसे (जो बाइडेन) आसानी से हरा दिया. मुझे लगता है कि मैंने उसे पिछली बार हराया था. मुझे बीते चुनाव की तुलना में पिछली बार कई लाख अधिक वोट मिले थे.
- डेमोक्रेट्स ने लंबे समय से अलग-अलग चुनावों के बारे में कहा है. वे बाहर गए और उन्होंने कहा कि 2016 का चुनाव धांधली हुआ है. - मैं बहुत सी चीजों के बारे में दृढ़ता से महसूस करता हूं. आप जानते हैं कि मैं किस बारे में दृढ़ता से महसूस करता हूं? यही कि हमारा देश नरक में जा रहा है. यही मैं दृढ़ता से महसूस करता हूं.
- आपने रूस-यूक्रेन पर क्या किया होता? बिल्कुल कुछ नहीं क्योंकि यह समझा गया था कि आप यूक्रेन में नहीं जा रहे हैं. हमें कुछ नहीं करना होता.
- रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, ऐसा कभी नहीं हुआ होगा. देखें कि चीन और ताइवान के साथ क्या होने वाला है.
- अगर मैं राष्ट्रपति होता तो राष्ट्रपति पुतिन कभी एंट्री नहीं लेते. मौका ही नहीं था.
- अंततः, (रूस-यूक्रेन) तीसरा विश्व युद्ध हो सकता है. अफ़ग़ानिस्तान ने जिस तरह से वापसी की, वह इतना अक्षम था.
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