पुतिन कैसे बने इतने फिट? 11 की उम्र में ट्रेनिंग शुरू, जुडो में तो 8वीं रैंक का ब्लैक बेल्ट जीता- 10 Photos

Vladimir Putin Martial arts Training: व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को दिवसीय यात्रा पर भारत आ रहे हैं. जानिए उन्होंने किन मार्शल आर्ट्स में ट्रेनिंग ली है और कितने ब्लैक बेल्ट हैं उनके पास.

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Vladimir Putin Martial arts Training: व्लादिमीर पुतिन ने जुडो और सैम्बो की ट्रेनिंग ली है
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  • रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 साल की उम्र में जूडो और 12 साल की उम्र में सैम्बो की ट्रेनिंग शुरू की
  • पुतिन को 2000 में जापानी जूडो एसोसिएशन ने 8वीं डैन ब्लैक बेल्ट से सम्मानित किया, वो ऐसा करने वाले पहले रूसी थे
  • पुतिन ने सैम्बो में भी प्रतियोगिताएं जीतकर अपनी मार्शल आर्ट क्षमताओं को साबित किया है
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Vladimir Putin India Visit: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दुनिया एक धाकड़ राजनेता के रूप में जानती है, जिसको देखते ही ताकत का एहसास होता है. एक ऐसा सुपरफिट राष्ट्रपति जो कभी शर्टलेस होकर घुड़सवारी करता नजर आता है तो कभी युवाओं को किसी मार्शल आर्ट के ट्रेनिंग सेंटर में मैट पर पटकता दिखता है. आज हम आपको  आपको पुतिन के मार्शल आर्ट्स के शौक और उसमें मिली उनकी उपलब्धियों को 10 तस्वीरों के साथ बताते और दिखाते हैं. दरअसल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय दौरे पर 4 दिसंबर भारत पहुंच रहे हैं. रूसी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए दिल्ली तैयार है. भारत दौरे पर पुतिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे. दोनों 23वीं वार्षिक भारत-रूस द्विपक्षीय समिट में भी शामिल होंगे.

व्लादिमीर पुतिन- 11 साल की उम्र में शुरू की थी ट्रेनिंग

व्लादिमीर पुतिन का मार्शल आर्ट करियर जीवन को लेकर उनके अनुशासित और रणनीतिक दृष्टिकोण को ही दिखाता है. रूसी राजनीति में सबसे प्रमुख व्यक्ति के रूप में, पुतिन जूडो और सैम्बो पर ध्यान देने के साथ, अपने जीवन के अधिकांश समय में मार्शल आर्ट का अभ्यास करते रहे हैं.

उनके राजनीतिक करियर के लगभग हर मोड़ पर ऐसी तस्वीरें आई हैं जब पुतिन किसी मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर जाकर दो-दो हाथ आजमाते दिखे हैं.

पुतिन ने 11 साल की उम्र में ही जूडो और 12 साल की उम्र में सैम्बो की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी. शुरू में वो मार्शल आर्ट में ट्रेनिंग इसलिए लेना चाहते थे क्योंकि वो आत्मरक्षा (सेल्फ डिफेंस) सीखना चाहते थे और अपनी शारीरिक फिटनेस में सुधार करना चाहते थे.

पुतिन के जूडो कोच अनातोली राखलिन ने कहा था कि स्वाभाविक रूप से प्रतिभाशाली न होने के बावजूद पुतिन ने जुडो के फिल्ड में शानदार किया.

पुतिन के पास जूडो में ब्लैक बेल्ट है, जो उन्होंने सालों की समर्पित ट्रेनिंग के बाद पाया है.

उन्हें 2000 में जापानी जूडो एसोसिएशन द्वारा 8वीं डैन ब्लैक बेल्ट से सम्मानित किया गया, और वह यह रैंक हासिल करने वाले पहले रूसी बन गए थे.

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लेनिनग्राद में प्रतियोगिताएं जीतने वाले पुतिन सैम्बो में भी फुली ट्रेंड हैं. सैम्बो, सोवियत रूस में विकसित एक मार्शल आर्ट है, जो जूझने, फेंकने और सबमिशन तकनीकों पर जोर देती है.

इसके अलावा पुतिन को वर्ल्ड ताइक्वांडो फेडरेशन द्वारा ताइक्वांडो में ऑनररी ब्लैक बेल्ट से भी सम्मानित किया गया है और मार्कमैनशिप में ब्लैक बेल्ट भी उनके पास है. हालांकि 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद वर्ल्ड ताइक्वांडो फेडरेशन ने पुतिन से उनका ऑनररी ब्लैक बेल्ट वापस ले लिया था.

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