वैक्सीन लगवा चुके लोग भी फैला सकते हैं कोविड का 'डेल्टा वैरिएंट', सालभर की स्टडी में खुलासा

स्टडी में यह भी सामने आया है कि जिन लोगों ने टीका लगवा लिया था उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण पाए गए, जबकि जिन लोगों ने टीका नहीं लगवाए थे, उनके संपर्क में आए संक्रमितों की स्थिति ज्यादा खराब रही और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
लंदन के इम्पीरियल कॉलेज के प्रोफेसर अजीत ललवानी ने इस स्टडी का सह नेतृत्व किया है. (फाइल फोटो)

कोविड-19 का टीका लगवा चुके लोग भी अपने घरों के अंदर उनके संपर्क में आए लोगों को कोरोनावायरस (Coronavirus) के डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) से संक्रमित कर सकते हैं. सालभर चली लंबी स्टडी के बाद यह नया खुलासा हुआ है.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में 621 लोगों पर चली साल भर की लंबी स्टडी के बाद यह खुलासा सामने आया है. द लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज मेडिकल जर्नल में गुरुवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टडी में ऐसे 621 लोगों को शामिल किया गया था जिनमें कोविड के हल्के लक्षण थे. वैज्ञानिकों ने स्टडी में पाया कि टीकाकृत होने के बावजूद उनमें संक्रमण की जर चरम पर थी.

स्टडी में यह भी पाया गया कि टीकाकरण करा चुके 25% लोगों के संपर्कों में आए लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं जबकि, बिना टीका लगवाए लोगों के संपर्क में करीब 38% लोग संक्रमित हुए.

Coronavirus India Updates: देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 14,348 नए मामले

स्टडी में यह भी सामने आया है कि जिन लोगों ने टीका लगवा लिया था उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण पाए गए, जबकि जिन लोगों ने टीका नहीं लगवाए थे, उनके संपर्क में आए संक्रमितों की स्थिति ज्यादा खराब रही और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

स्टडी में कहा गया है कि सिर्फ टीकाकरण से ही डेल्टा वैरिएंट संक्रमण से नहीं बचा जा सकता है. हालांकि, स्टडी में कहा गया है कि वैक्सीन लेने के बाद संक्रमण का असर कम हो जाता है और यह खतरनाक स्तर पर नहीं पहुंच पाता है. लंदन के इम्पीरियल कॉलेज के प्रोफेसर अजीत ललवानी ने इस स्टडी का सह नेतृत्व किया है.

VIDEO: Prime Time With Ravish Kumar: आरोप-प्रत्‍यारोप का चलेगा काम, असली मुद्दों से भटकाना है ध्‍यान

Featured Video Of The Day
US Elections से ठीक पहले सर्वे Kamala Harris और Donald Trump को लेकर क्या रुझान पेश कर रहे हैं?
Topics mentioned in this article