UK में PM बन सकते हैं भारतीय मूल के ऋषि सुनक, बोरिस जॉनसन पर बढ़ा इस्तीफ़े का दबाव

एक प्रमुख सट्टा कंपनी 'बेटफेयर' ने कहा है कि मई 2020 में कोविड-19( Covid19)  लॉकडाउन(Lockdown) के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट में हुई ड्रिंक पार्टी को लेकर हुए खुलासों के मद्देनजर 57 साल के जॉनसन पर न केवल विपक्षी दलों बल्कि उनकी खुद की पार्टी की ओर से भी इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा है.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
लंदन:

ब्रिटेन (UK) में कोरोनावायरस( Coronavirus) लॉकडॉउन( Lockdown) के बीच हुई एक पार्टी(Party) मौजूदा सरकार के गले की हड्डी बन गई है. इस पार्टी में नियमों के तोड़े जाने पर लेकर राजनैतिक तूफ़ान इतना बढ़ गया है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (PM Boris Johnson) पर इस्तीफ़े का दबाव बढ़ रहा है. एक प्रमुख सट्टा कंपनी 'बेटफेयर'( Betfair) ने दावा किया है कि संकट से घिरे जॉनसन जल्द ही प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और भारतीय मूल के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ( Rishi Sunak)उनकी जगह ले सकते हैं. 

'बेटफेयर' ने कहा है कि मई 2020 में कोविड-19( Covid19)  लॉकडाउन(Lockdown) के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट में हुई ड्रिंक पार्टी को लेकर हुए खुलासों के मद्देनजर 57 साल के जॉनसन पर न केवल विपक्षी दलों बल्कि उनकी खुद की पार्टी की ओर से भी इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा है.

'बेटफेयर' के सैम रॉसबॉटम ने 'वेल्स ऑनलाइन' को बताया कि जॉनसन के हटने की सूरत में ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने की सबसे अधिक संभावना है. इसके बाद लिज ट्रूस (विदेश मंत्री) और फिर माइकल गोव (कैबिनेट मंत्री) का स्थान आता है.

ये भी पढ़ें: ऋषि सुनक नस्लीय अल्पसंख्यक हस्तियों को ब्रिटिश सिक्कों पर स्थान देने पर कर रहे हैं विचार

रॉसबॉटम ने कहा कि इस दौड़ में पूर्व विदेश मंत्री जेरेमी हंट, भारतीय मूल की गृह मंत्री प्रीति पटेल, स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद और कैबिनेट मंत्री ओलीवर डॉउडेन भी शामिल हैं.

जॉनसन के प्रधान निजी सचिव मार्टिन रेनॉल्ड्स की ओर से कथित तौर पर कई लोगों को पार्टी के लिये मेल भेजा गया था. हालांकि उस समय देश में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक समारोह आयोजित करने पर पाबंदी लगी हुई थी. 

जॉनसन को 12 जनवरी को संसद में माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा, जब वह इस बात के स्पष्ट सबूतों से इनकार नहीं कर सके कि यूके में सख्त लॉकडाउन के दौरान उनके कर्मचारी 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बगीचे में एक बड़े समूह में एकत्र हुए थे. 

ये भी पढ़ें: COVID-19: ब्रिटेन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 20 हजार हुई

PM जॉनसन ने  इस मामले में खेद जताते हुए पहली बार माना कि वह दावत में शामिल हुए थे. जॉनसन ने कहा कि उन्हें लगता था कि यह आयोजन उनके कामकाज से संबंधित आयोजनों के दायरे में है.

Advertisement

यह सभा उस समय हुई जब देश के बाकी हिस्सों में सख्त लॉकडाउन था. बोरिस जॉनसन के दावे के अनुसार वह पार्टी एक ‘‘कामकाजी कार्यक्रम'' थी, लेकिन अगर पुलिस जांच में पाया गया कि उन्होंने नियम तोड़े हैं, तो इसका मतलब यह होगा कि जॉनसन और अन्य प्रतिभागी एक आपराधिक जुर्म कर रहे थे.  संसद में झूठ बोलना या लॉकडाउन के नियम तोड़ना दोनों ही ब्रिटेन में इस्तीफा देने के अपराध हैं. 

फिलहाल जॉनसन की रेटिंग उनकी पार्टी से काफी खराब है. क्रिसमस से ठीक पहले प्रकाशित यूगोव पोल के अनुसार, कंजरवेटिव वोटिंग के लिहाज से लेबर से केवल 6 प्रतिशत पीछे थे. 

Advertisement

यह निकट भविष्य में बदलने की संभावना है क्योंकि प्रधान मंत्री की राजनीतिक समस्याएं चुनावों में उनकी पार्टी को भारी पड़ सकती हैं. इसका मतलब है कि कंजर्वेटिव सांसदों के लिए समस्या से बाहर निकलने का एक स्पष्ट रास्ता है - मतलब जॉनसन को हटाना और एक नए नेता का चुनाव करके चुनावों में सुधार की उम्मीद करना. 1990 में जब उन्होंने थैचर को बर्खास्त कर दिया तो पार्टी ने इसे सफलतापूर्वक किया, तो कई लोग सोचेंगे कि इस बार कवायद को दोहराने का एक अच्छा मौका है.

Featured Video Of The Day
Zaheer Khan ने Viral Bowling Girl Sushila Meena के Video पर रियेक्ट करते हुए जमकर तारीफ की
Topics mentioned in this article