चीन (China) के विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) ने गुरुवार को अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से फोन पर बात की. वहीं, चीन ने यूक्रेन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के विशेष सैन्य अभियान की निंदा करने से इंकार कर दिया और सभी संबद्ध पक्षों से संयम बरतने और तनाव को अनियंत्रित होने से रोकने का आह्वान किया. चीनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, लावरोव के साथ बातचीत के दौरान वांग ने कहा कि यूक्रेन के संदर्भ में इस मुद्दे की जटिल ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है और चीनी पक्ष रूस की सुरक्षा संबंधी चिंताओं को समझता है. वांग ने यह भी दोहराया कि चीन ने हमेशा सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया है.
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वांग ने सभी पक्षों से शीत युद्ध बंद करके बातचीत के जरिए समाधान निकालने का भी आग्रह किया. रिपोर्ट के मुताबिक, लावरोव ने कहा है कि रूस अपने हितों और अधिकारों की रक्षा करने के लिए आवश्यक उपाय करने को मजबूर हुआ. याद रहे बता दें आज सुबह टेलीविजन पर प्रसारित संबोधन में पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में सैन्य अभियान चलाने का रूस का कदम उस देश से उत्पन्न खतरे के मद्देनजर उठाया गया है. उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि यदि वे रूस की कार्रवाई में दखल देते हैं तो उन्हें ‘ऐसे परिणाम भुगतने होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे.'
अमेरिका, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र महासचिव की ओर से रूसी सैन्य कार्रवाई की आलोचना किए जाने के बीच चीन ने रूस के साथ कूटनीतिक एकजुटता प्रदर्शित की है. उधर, डोनबास क्षेत्र में सैनिकों को भेजने और क्या चीन इसे ‘आक्रमण' और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का उल्लंघन मानता है, सवालों का जवाब देते हुए चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा - ‘मैं कहना चाहूंगी कि चीन, यूक्रेन की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है.'
उन्होंने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘ हम सभी पक्षों से संयम बनाये रखने एवं स्थिति को नियंत्रण से बाहर नहीं जाने देने की अपील करते हैं.' जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या पुतिन का कदम यूक्रेन की संप्रभुता का उल्लंघन है, प्रवक्ता ने कहा, ‘ इस मुद्दे की जटिल ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है.' इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र में चीन ने यूक्रेन मुद्दे से जुड़े पक्षों से संयम बरतने तथा तनाव को और अधिक बढ़ाने वाला कोई भी कदम उठाने से बचने को कहा. चीन की सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने गुरुवार को खबर दी कि संयुक्त राष्ट्र में चीन के विशेष प्रतिनिधि झांग जून ने यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र की पूर्ण बैठक में कहा, ‘वर्तमान परिदृश्य में सभी संबंधित पक्षों को संयम बरतना चाहिए और ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे तनाव और बढ़े.'
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि ने यह बयान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू करने की घोषणा के बाद दिया है. पुतिन ने ‘लुगांस्क' और ‘डोनेस्टक' को गणतंत्र बताते हुए स्वतंत्र और संप्रभु देशों के रूप में मान्यता देते हुए सोमवार को दो सरकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किये थे. चीन इस घोषणा पर चुप रहा था. सिन्हुआ के अनुसार झांग ने कहा, ‘चीन यूक्रेन में उभरती स्थिति पर नजर रखे हुए है. सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा पर चीन का रुख निरंतर एक-सा रहा है. संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों को संयुक्त रूप से अक्षुण्ण रखा जाना चाहिए.'
उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि यूक्रेन के मुद्दे की जड़ें ऐतिहासिक और वर्तमान कारकों में समायी हुई हैं. उन कारकों के पारस्परिक प्रभाव से स्थिति यहां तक पहुंची है. वर्तमान परिदृश्य में सभी संबंधित पक्षों को संयम बरतना चाहिए और कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए, जिससे और तनाव बढ़े. झांग ने कहा, ‘हम कूटनीतिक समाधान ढूंढने में लगे हुए सभी पक्षों का स्वागत और उत्साहवर्धन करते हैं.' चीन ने गुरुवार को भी सभी पक्षों से धैर्य रखने और वार्ता के माध्यम से यूक्रेन मुद्दे का समाधान तलाशने की अपील की. हुआ चुनयिंग ने बीजिंग में मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘वर्तमान परिस्थिति में यूक्रेन मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान के रास्ते पूरी तरह बंद नहीं हुए हैं.'
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उन्होंने कहा कि रूस ने बार-बार कहा कि उसका इरादा यूक्रेन के विरुद्ध युद्ध छेड़ना नहीं है और वह नाटो में यूक्रेन के शामिल होने के विषय पर प्रासंगिक पक्षों के साथ वार्ता के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, ‘अमेरिका को यूक्रेन से जुड़े मुद्दे एवं रूस के साथ संबंधों पर विचार करने के दौरान चीन और अन्य देशों के वैध अधिकारों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए.' उन्होंने रूस के विरूद्ध अमेरिका की पाबंदियों की निंदा की और कहा , ‘प्रतिबंध समस्याओं के समाधान के कभी कारगर तरीके नहीं रहे हैं और चीन हमेशा एकतरफा पाबंदियों का विरोध करता रहा है.'
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