रूस ने जो बाइडेन पर लगाया बड़ा आरोप, कहा- "चुनावी फायदे के लिए इराक-सीरिया पर हुए हमले"

सुरक्षा परिषद में मौजूद अमेरिका के उप उच्चायुक्त रॉबर्ट वूड ने जानकारी दी कि सुरक्षा परिषद के अनुच्छेद 51 में लिखा हुआ है कि अगर कोई किसी देश पर हमला करता है तो आत्मरक्षा के लिए वो भी पलटवार कर सकता है. उन्होंने कहा कि सीरिया और इराक पर किए गए हमले संवैधानिक है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव होना है.

रूस ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन चुनावी फायदा ले रहे हैं. रूस ने कहा कि चुनाव में फायदे के लिए इराक-सीरिया पर हमले हो रहे हैं.  रूस ने आरोप लगाते हुए कहा कहा कि ये पलटवार अमेरिकी सैनिकों पर घातक हमले के प्रतिशोध में नहीं था बल्कि राष्ट्रपति चुनाव में अपनी छवी को अच्छा बनाने के लिए किया गया था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव होना है. ऐसे में राष्ट्रपति के सभी उम्मीदवार कैंपेन कर रहे हैं.

तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत

जॉर्डन में एक हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड (आईआरजीसी) और उससे संबंधित समूहों से जुड़े दर्जनों ठिकानों पर शुक्रवार को हवाई हमले शुरू किए, जिसके लिए वाशिंगटन ने ईरानी समर्थित मिलिशिया को जिम्मेदार ठहराया है.

आत्मरक्षा में किए हमले

वहीं सुरक्षा परिषद की एक बैठक में रूस के संयुक्त राष्ट्र राजदूत वासिली नेबेंज़िया ने कहा कि अमेरिकी कार्रवाई का कोई औचित्य नहीं था. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अभियान का माहौल है और राजनीतिक परिदृश्य इससे प्रभावित होगा. साथ ही साथ उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में वर्तमान अमेरिकी प्रशासन की विनाशकारी छवि को किसी तरह से ठीक करने की भी कोशिश की गई है.

Advertisement

अमेरिका में चुनाव

अमेरिकी मतदाता अगले चार वर्षों के लिए राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए नवंबर में मतदान करेंगे. व्हाइट हाउस ने बिडेन के बारे में नेबेंज़िया की टिप्पणी पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है.

Advertisement

अनुच्छेद 51

सुरक्षा परिषद में मौजूद अमेरिका के उप उच्चायुक्त रॉबर्ट वूड ने जानकारी दी कि सुरक्षा परिषद के अनुच्छेद 51 में लिखा हुआ है कि अगर कोई किसी देश पर हमला करता है तो आत्मरक्षा के लिए वो भी पलटवार कर सकता है. उन्होंने कहा कि सीरिया और इराक पर किए गए हमले संवैधानिक है.

Advertisement
रॉबर्ट वूड ने कहा कि "मैं स्पष्ट कर दूं कि हम ईरान के साथ सीधे संघर्ष की मांग नहीं कर रहे हैं. लेकिन हम बचाव करना जारी रखेंगे."

उन्होंने कहा कि सीरिया और इराक में जो हमले हुए वो एकदम अलग ऑपरेशन थे. अमेरिका और ब्रिटेन का लाल सागर में नौवहन को हौथी द्वारा निशाना बनाने के जवाब में ये हमला था.

Advertisement

पेंटागन ने सोमवार को कहा कि उसे हाल के हमलों में किसी ईरानी की मौत की जानकारी नहीं है. ईरान के संयुक्त राष्ट्र राजदूत अमीर सईद इरावानी ने अमेरिकी कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे "नाजायज, अवैध और अनुचित" बताया. उन्होंने सोमवार को 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया, "क्षेत्र में सभी प्रतिरोध समूह स्वतंत्र हैं." "इन कार्यों के लिए ईरान या उसके सशस्त्र बलों को जिम्मेदार ठहराने का कोई भी प्रयास भ्रामक, निराधार और अस्वीकार्य है.ईरान कभी भी इस क्षेत्र में फैलाव में योगदान नहीं देना चाहता है."

इसे भी पढ़ें- "हमारी जमीं पर कुछ किया तो..." : सीरिया-इराक में बने मिलिशिया ठिकानों पर हमलों के बाद ईरान ने US को चेताया

Featured Video Of The Day
Abu Azmi Arrest News: पहले CM Yogi की धमकी, अब CM Fadnavis का बड़ा बयान, फंसते जा रहे हैं अबू आजमी
Topics mentioned in this article