समंदर में 95 दिन फंसा रहा मछुआरा, कछुआ और कॉक्रोच खाकर रहा जिंदा.. यूं जीती जिंदगी की जंंग

61 साल का मछुआरा मैक्सिमो अपनी नाव में बारिश का पानी भरकर और जो कुछ भी मिला उसे खा कर जीवित रहा.

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समंदर में 95 दिन फंसा रहा मछुआरा, कछुआ और कॉक्रोच खाकर रहा जिंदा

पेरू के इस मछुआरे की उम्र 61 साल की है. वो प्रशांत महासागर में 95 दिनों तक फंसा रहा. इन 95 दिनों में उसने कछुओं, पक्षियों और तिलचट्टों को खाकर खुद को जिंदा रखा. आखिरकार उसे अब रेस्क्यू कर लिया गया है और वह अपने परिवार से मिल गया है.

बीबीसी वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार जूझकर जिंदगी की जंग जीतने की मिसाल बनने वाले इस मछुआरे का नाम मैक्सिमो नापा कास्त्रो है. 7 दिसंबर 2024 को दक्षिणी पेरू तट पर मौजूद शहर मार्कोना से वह दो सप्ताह की मछली पकड़ने की यात्रा के लिए निकले थे. लेकिन दस दिन बाद ही एक तूफान ने उनकी नाव को बीच समुन्द्र भटका दिया.

जब परिवार को कोई खोज खबर न मिली तो परिवार ने खोज शुरू की. पेरू के समुद्री गश्ती दल भी कोई पता लगाने में असमर्थ रहे. आखिरकार बुधवार, 12 मार्च को जाकर इक्वाडोर के गश्ती जहाज ने मछुआरे को तट से 1,094 किमी दूर पाया. वो पानी की खतरनाक कमी (डिहाइड्रेशन) और गंभीर स्थिति में मिला. 

बीच समंदर 95 दिन कैसे जिंदा रह पाया?

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार मैक्सिमो अपनी नाव में बारिश का पानी भरकर और जो कुछ भी मिला उसे खा कर जीवित रहा. शुक्रवार को इक्वाडोर की सीमा के पास पैता में अपने भाई से मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने समुद्री कछुओं को खाने से पहले तिलचट्टे और पक्षियों को खाया था. उनके आखिरी 15 दिन बिना भोजन के बीते.

मछुआरे ने बताया कि अपनी दो महीने की पोती सहित अपने परिवार के बारे में सोचकर उन्हें सहने की ताकत मिली. "मैं हर दिन अपनी मां के बारे में सोचता था. मुझे दूसरा मौका देने के लिए मैं भगवान का आभारी हूं."

रेस्क्यू किए जाने के बाद उनको पेरू की राजधानी लीमा ले जाने से पहले मेडिकल के लिए पैता ले जाया गया. यहां, जॉर्ज चावेज इंटरनेशनल एयपोर्ट पर, उनकी बेटी इनेस नापा ने उनसे मुलाकात की. बेटी ने पेरू के नेशनल ड्रिंक पिस्को की एक बोतल के साथ उनका घर पर स्वागत किया.

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