गाजा की दर्दनाक दास्तां : एक साथ एक परिवार की तीन पीढ़ियां खत्म, 3 महीने की बच्ची समेत 42 लोगों की मौत

अमेरिका में रह रहें तारिक हमौदा और उनकी पत्नी मनाल ने CNN को बताया, "एक हफ्ते पहले हमें पता चला कि मिडिल ईस्ट में चल रहे जंग में हमारे 42 रिश्तेदार मारे गए हैं." हमला 19 अक्टूबर को गाजा शहर के शेख एजलीन में हुआ.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
तेल अवीव/गाजा:

फिलिस्तीनी संगठन हमास और इजरायल (Israel Palestine Conflict) के बीच 7 अक्टूबर से जंग चल रही है. बुधवार (1 नवंबर) को जंग का 26वां दिन है. इजरायली सेना ने हमास को खत्म करने के लिए गाजा पट्टी पर हमले तेज कर दिए हैं. आसमान से लेकर जमीन तक हर तरफ से  हमास के ठिकानों पर हमले किए जा रहे हैं. इस भीषण जंग में बड़ी संख्या में आम लोग भी मारे जा रहे हैं. अमेरिका में रहने वाले एक फिलिस्तीनी परिवार ने दावा किया है कि उन्होंने गाजा में एक ही दिन में अपने परिवार की तीन पीढ़ियों को खो दिया है. इस गाजा में हुए इजरायल की बमबारी में इस परिवार के 42 रिश्तेदार मारे गए हैं.

अमेरिका में रह रहें तारिक हमौदा और उनकी पत्नी मनाल ने CNN को बताया, "एक हफ्ते पहले हमें पता चला कि मिडिल ईस्ट में चल रहे जंग में हमारे 42 रिश्तेदार मारे गए हैं." तारिक बताते हैं, "ये हमला 19 अक्टूबर को गाजा शहर के शेख एजलीन में हुआ. मेरे परिवार के सदस्य इजरायली सेना के दो मिसाइल हमलों में मारे गए."

इजरायल-हमास युद्ध : गाजा से विदेशी नागरिकों का पहला जत्था राफाह क्रॉसिंग के जरिए मिस्र के लिए हुआ रवाना

तारिक हमौदा मिनेसोटा के मेपल ग्रोव में रहते हैं. हामौदा ने बताया, "मेरी पत्नी ने अपने चार भाइयों, एक बहन और अपने ज्यादातर बच्चों को इजरायली हमले में खो दिया. हम दोनों मूल रूप से गाजा के निवासी हैं. 2004 से अमेरिका में रह रहे हैं. मेरी पत्नी ने हाल ही में अपने रिश्तेदारों से मुलाकात की थी." उन्होंने कहा, "हमारे पास मृतकों का ठीक से मातम मनाने का समय नहीं है, क्योंकि हमें अभी भी उन लोगों की फिक्र है, जो युद्धग्रस्त शहर में अब तक जिंदा हैं."

मनाल के चचेरे भाई इयाद अबू शाबान भी अपने परिवार के सदस्यों की मौत के बारे में जानकर बेचैन हैं. साउथ फ्लोरिडा में रहने वाले शाबान ने कहा, "ऐसा लगता है जैसे आपकी पूरी दुनिया रुक गई. यह एक, दो, तीन या चार नहीं है. एक ही परिवार के 42 लोग मारे गए हैं. इस सच का सामना करना वाकई बहुत मुश्किल है." 

Advertisement

EXPLAINER : इजरायल के पीएम नेतन्याहू का आखिर क्या है गाजा प्लान ? 

शाबान के मुताबिक, मृतकों की उम्र 3 महीने से लेकर 77 वर्ष के बीच थी. वे सभी एक ही कैंपस में रह रहे थे. CNN से बातचीत में शाबान ने दावा किया कि हवाई हमले से पहले इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने फोन करके कहा था कि क्षेत्र में सैन्य गतिविधि हो सकती है, लेकिन उन्हें कभी भी अपना घर खाली करने के लिए नहीं कहा गया.

Advertisement

बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर रॉकेट हमले किए थे. हमास के लड़ाकों ने सुरंगों के रास्ते घुसपैठ करते हुए 1400 लोगों को मार डाला था. इसके साथ ही हमास के लड़ाके 240 लोगों को बंधक बनाकर अपने साथ ले गए थे, जिसके बाद से इजरायली सेना की गाजा पट्टी पर जवाबी कार्रवाई जारी है. इस जंग में अब तक 8,500 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से दो-तिहाई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.

Advertisement

गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर पर एयर स्ट्राइक, इजराइली सेना का दावा- "हमास कमांडर ढेर"

Topics mentioned in this article