आतंकवाद पर भारत के प्रहार, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भारत को कॉपी करते हुए विदेशी मुल्कों में अपना प्रतिनिधिमंडल तो भेज दिया है लेकिन वहां भी उसकी भद्द पिट रही है. पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख और पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने बुधवार को अमेरिका में स्थित संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मुख्यालय में यह दावा किया कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में "मुसलमानों को शैतान बताया-दिखाया जा रहा है". लेकिन बस झूठ बोलने के आदि बिलावल से एक गलती हो गई, उन्होंने यह टिप्पणी के प्रेस कॉन्फ्रेंस में की थी. तुरंत वहां मौजूद एक पत्रकार ने उन्हें आईना दिखा दिया.
भारत में मुसलमानों के बारे में बिलावल के भद्दे दावों पर पलटवार करते हुए एक विदेशी पत्रकार ने उनको करारा जवाब देते हुए कहा कि मैंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान दोनों की सेना की तरफ से हुई ब्रीफिंग देखी है. पत्रकार ने बिलावल को याद दिलाया कि ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की ब्रीफिंग का नेतृत्व एक मुस्लिम भारतीय सेना अधिकारी - कर्नल सोफिया कुरेशी ने किया था.
वीडियो में पत्रकार को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "मैंने दोनों तरफ की ब्रीफिंग देखी है और जहां तक मुझे याद है वहां मुस्लिम भारतीय सैन्य अधिकारी थी जो भारतीय तरफ से ब्रीफिंग कर रही थीं."
इस जवाब से बिलावल भुट्टो सकते में आ गए, वो कोई खंडन भी नहीं कर पाए. बस सिर हिलाया और कहा, "जहां तक ऑपरेशन का सवाल है, आप बिल्कुल सही हैं."
गौरतलब है कि आर्मी, एयरफोर्स और नेवी ऑपरेशन के महानिदेशकों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर देश को जानकारी देने से पहले, ब्रीफिंग का संचालन दो वरिष्ठ महिला अधिकारियों - भारतीय सेना के सिग्नल कोर से कर्नल सोफिया कुरेशी और भारतीय वायु सेना की एक हेलीकॉप्टर पायलट विंग कमांडर व्योमिका सिंह - ने विदेश सचिव विक्रम मिश्री के साथ किया था.