- पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने कतर की मध्यस्थता में दोहा में वार्ता कर तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई है
- पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका में हवाई हमला किया था जिसमें दस नागरिक मारे गए थे- जनाजे में हजारों पहुंचे
- दोनों देशों ने सीजफायर की निगरानी के लिए और बैठकें आयोजित करने तथा स्थायी शांति तंत्र स्थापित करने पर सहमत
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच दोहा में बातचीत हुई है और दोनों "तत्काल युद्धविराम" पर सहमत हो गए हैं. कतर के विदेश मंत्रालय ने रविवार तड़के सुबह यह जानकारी दी. लेकिन इस सीजफायर समझौते से दूर अफगानों के दिल में पाकिस्तान के नापाक हमले में वो दर्द मौजूद है जिसे वो कभी नहीं भूलेंगे. 48 घंटे की सीजफायर पर सहमति जताने के बावजूद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका में हवाई हमला किया था, जिसमें कम से कम 10 अफगान मारे गए थे. इसमें 3 अफगान क्रिकेटर भी शामिल थे. इन अफगान क्रिकेटरों सहित सभी मृतक नागरिकों के जनाजे में हजारों अफगानी शामिल हुए.
अफगानिस्तान का पाकिस्तान पर आरोप
काबुल ने इस्लामाबाद पर 48 घंटे के सीजफायर का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. वहीं एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार इस्लामाबाद ने दावा किया कि पाकिस्तानी अर्धसैनिक बलों पर हमले के जवाब में अफगान सीमा क्षेत्रों में हमलों में पाकिस्तानी तालिबान से जुड़े एक आतंकवादी समूह को निशाना बनाया गया.
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच क्या सहमति बनी?
दोनों देश सीजफायर की स्थिरता सुनिश्चित करने और यह सही में लागू हो रहा है या नहीं, इसे सत्यापित करने के लिए आने वाले दिनों में और भी बैठकें आयोजित करने पर भी सहमत हुए हैं. दोहा में वार्ता में भाग लेने के बाद, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पुष्टि की कि सीजफायर समझौता हो गया है और कहा कि दोनों देश 25 अक्टूबर को इस्तांबुल में फिर से मिलेंगे. आसिफ ने सोशल मीडिया पर कहा, "अफगानिस्तान से संचालित पाकिस्तानी धरती पर आतंकवाद तुरंत बंद हो जाएगा. दोनों पड़ोसी देश एक-दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करेंगे."
हालांकि पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड को देखकर अफगानों को अभी भी संदेह है. सीजफायर समझौते के लिए वार्ता से पहले तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह ने एक्स पर लिखा था कि उनकी सेना को "वार्ता टीम की गरिमा और अखंडता बनाए रखने के लिए" गोलीबारी रोकने का आदेश दिया गया था. अफगानिस्तान के दक्षिण में स्पिन बोल्डक में मंत्री सादुल्लाह तोरजन ने कहा, "फिलहाल, स्थिति सामान्य हो रही है… लेकिन अभी भी युद्ध की स्थिति है और लोग डरे हुए हैं."
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