प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करने वाले अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस को आज सिडनी से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने करार जवाब दिया है. रायसीना @ सिडनी डायलॉग में ऑस्ट्रेलियाई मंत्री क्रिस ब्राउन के साथ एक सत्र को संबोधित करते हुए, जयशंकर ने कहा, "सोरोस न्यूयॉर्क में बैठे एक बूढ़े, अमीर और विचार रखने वाले व्यक्ति हैं, जो यह सोचते हैं कि उनके विचारों को यह निर्धारित करना चाहिए कि पूरी दुनिया कैसे काम करेगी. इन जैसे लोग वास्तव में अपने विचारों (नरेटिव) को आकार देने के लिए संसाधनों (धन बल) का निवेश भी करते हैं."
अपनी सोच जीतते देखना चाहते हैं...
विदेश मंत्री ने कहा, "जॉर्ज सोरोस जैसे लोग सोचते हैं कि चुनाव अच्छा है, अगर वे जिस व्यक्ति को जीतते देखना चाहते हैं, वही जीतते हैं. अगर चुनाव एक अलग परिणाम देता है तो वे कहेंगे कि यह एक त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र है और सुंदरता यह है कि यह सब खुले समाज की वकालत के बहाने किया जाता है." सिडनी में, जयशंकर ने आज कहा, "जब मैं अपने स्वयं के लोकतंत्र को देखता हूं, तो मैं मतदान प्रतिशत देखता हूं, जो अभूतपूर्व है, चुनावी परिणाम जो निर्णायक हैं, चुनावी प्रक्रिया, जिस पर सवाल नहीं उठाया जाता है. हम उन देशों में से नहीं हैं, जहां चुनाव के बाद कोई अदालत में मध्यस्थता करने जाता है." जयशंकर ने कहा, "मैं जॉर्ज सोरोस को केवल बूढ़े, अमीर और विचारों वाले कह कर रुक जाता, पर मैं इसे आगे ले जाना चाहता हूं, मगर वह बूढ़े, अमीर, विचारों वाले और खतरनाक हैं."
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री से मिले
इसके बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से शनिवार को मुलाकात की और द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी, आर्थिक अवसरों, लोगों के बीच संबंध एवं क्रिकेट समेत कई विषयों पर चर्चा की. जयशंकर फिजी से यहां पहुंचे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुभकामना संदेश उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष को दिया. जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से मिलकर प्रसन्नता हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तिगत शुभकामना संदेश उन्हें दिया. चर्चा के दौरान हमारी रणनीतिक साझेदारी की भावना प्रतिबिंबित हुई. उस संबंध में हाल के घटनाक्रमों से प्रधानमंत्री अल्बनीज को अवगत कराया.''
अगले महीने भारत आएंगे ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री
आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज ने ट्वीट किया, ‘‘अगले महीने अपनी भारत यात्रा से पहले आज सुबह डॉ. एस. जयशंकर से मिलना बहुत अच्छा रहा. हमने अपनी रणनीतिक साझेदारी, आर्थिक अवसरों और लोगों के बीच संबंधों पर चर्चा की, जो हमारे देशों को समृद्ध करते हैं.'' इससे पहले जयशंकर ने ‘सिडनी बिजनेस ब्रेकफास्ट' कार्यक्रम में बात की, जहां उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज के वैश्विक परिदृश्य में समान विचारधारा वाले देशों को ‘‘अर्थव्यवस्था को जोखिम से मुक्त करने'' के लिए एकसाथ काम करने और डिजिटल दुनिया की चुनौतियों का सामना करने एवं अर्थव्यवस्था के लिए स्थिरता प्रदान करने वाले संबंध बनाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, ‘‘बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक महत्वपूर्ण साझेदारी बन रही है और सभी हितधारकों के योगदान का स्वागत है.''
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