इज़रायल- ग़ाज़ा के बीच जारी जंग में अब यमन की भी एंट्री हो गई है. यमन में हूती विद्रोहियों (Yemen's Houthi Rebels) की सरकार की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इज़रायल के ख़िलाफ़ युद्ध का ऐलान करते हैं. दरअसल यमन में इस वक़्त हूती विद्रोहियों की सरकार है जिसने 2014 में राजधानी सना पर क़ब्जा कर लिया था. इस सरकार को ईरान से समर्थन मिला हुआ है और हूती गाहे-बगाहे इज़रायल पर रॉकेट और मिसाइल दागते रहते हैं.
इज़रायल पर और बैलिस्टिक मिसाइल दागने की चेतावनी
हूती सरकार के प्रधानमंत्री अब्देल अजीज बिन हबतूर ने कहा कि हम अपने लोगों को ग़ाज़ा में मरने के लिए नहीं छोड़ सकते. हूती विद्रोहियों ने धमकी देते हुए कहा है कि अगर ग़ाज़ा में सीज़फ़ायर नहीं हुआ तो वो इज़रायल पर और बैलिस्टिक मिसाइल दागेगा. इस बीच यमन की ओर से इज़रायल पर दागी गई मिसाइल को रोकने के लिए पहली बार इज़रायल ने एरो एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया और सफलतापूर्वक मिसाइल को ध्वस्त कर दिया . इज़रायल-ग़ाज़ा युद्ध से लगातार आ रही बुरी ख़बरों के बीच एक एक राहत देने वाली ख़बर आई है.
जंग के बीच विदेशी बंधकों को रिहा करेगा हमास
हमास की तरफ से कहा गया है कि वो विदेशी बंधकों को अगले कुछ दिनों में रिहा कर देगा. 7 अक्टूबर को इज़रायल पर हुए हमले के बाद हमास ने करीब 220 इज़रायली और विदेशी नागरिकों को बंधक बना लिया था. जिसमें दो अमेरिकी मां-बेटी और दो बुजुर्ग इज़रायली महिलाओं को रिहा किया जा चुका है. जबकि एक जर्मन-इज़रायली बंधक महिला की मौत की पुष्टि हो चुकी है. इसके पहले भी हमास की तरफ से 50 बंधकों की रिहाई की बात कही गई थी लेकिन इज़रायल ने इसे हमास का प्रोपेगेंडा करार दिया था.
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