मालदीव (Maldives) की राजधानी स्थित नेशनल फुटबॉल स्टेडियम में मंगलवार को धार्मिक कट्टरपंथियों की भीड़ ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) से संबंधित एक कार्यक्रम में धावा बोल दिया और इसे अस्थायी रूप से बाधित कर दिया. इस दौरान भीड़ ने तोड़फोड़ की और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. पुलिस ने एक बयान में कहा कि वह इस घटना को एक गंभीर मुद्दा मान रही है. मामले की जांच गंभीर एवं संगठित अपराध विभाग द्वारा की जा रही है. अब तक छह लोगों को हिरासत (Arrested) में लिया गया है.
मालदीव पुलिस सेवा ने नेशनल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में व्यवधान मामले को उच्च प्राथमिकता देते हुए जांच शुरू की है. बयान में कहा गया, ‘‘अपराधियों ने जबरदस्ती प्रवेश करके, संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर और कार्यक्रम के प्रतिभागियों पर हमला करने का प्रयास करके डर पैदा करने की कोशिश की.''मालदीव में युवा, खेल और सामुदायिक अधिकारिता मंत्रालय और संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से देश में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राजनयिकों, गणमान्य व्यक्तियों और आम लोगों ने भाग लिया. कुछ देर तक रुकावट के बाद कार्यक्रम फिर से शुरू हुआ और सत्र सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.
एक अलग बयान में, मालदीव सरकार ने 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित समारोह में भाग लेने वाले राजनयिकों समेत प्रतिभागियों को निशाना बनाकर ‘‘व्यक्तियों के एक समूह द्वारा किए गए हिंसक कृत्यों'' की कड़ी निंदा की. सरकार ने बयान में कहा, ‘‘लोक सुरक्षा को बाधित करने और व्यक्तियों तथा राजनयिक कोर की सुरक्षा की अवहेलना के उद्देश्य से हिंसा के ऐसे दुर्भावनापूर्ण कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि अपराधियों को तेजी से न्याय के कटघरे में लाया जाए.''
पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच के निष्कर्षों से पता चला है कि उपद्रव करने वालों द्वारा इस्तेमाल की गई कुछ सामग्री प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) कार्यालय से आई थी. पुलिस ने कहा, ‘‘अभी तक मिले सबूत से लगता है कि प्रदर्शनकारियों ने पीपीएम के कार्यालय से लाई गयी सामग्री का इस्तेमाल किया.'' ‘सन' अखबार के मुताबिक पीपीएम ने एक बयान जारी कर घटना की निंदा की. आरोप हैं कि उपद्रवियों द्वारा इस्तेमाल किए गए झंडे वही थे जो हाल में पीपीएम द्वारा आयोजित ‘‘नबियाज धिफौगाई'' रैली में इस्तेमाल किए गए थे.
कुछ लोगों का का आरोप है कि दंगाइयों द्वारा इस्तेमाल किए गए झंडे वही थे, जो हाल ही में पीपीएम द्वारा आयोजित रैली में इस्तेमाल किए गए थे. खेल मंत्री अहमद महलूफ ने आरोप लगाया कि योग को इस्लाम विरोधी अभियान बताकर कार्यक्रम को रोकना एक राजनीतिक कृत्य है. अखबार ने मंत्री के हवाले से बताया कि इस घटना में पीपीएम और जमीयत सलाफ शामिल हैं. हालांकि सलाफ ने एक बयान जारी कर घटना में शामिल होने से इनकार किया है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को दुनियाभर में मनाया जाता है. मालदीव में यह दिन वर्ष 2015 से मनाया जा रहा है.
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