तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप को लगभग एक सप्ताह हो गया है, लेकिन राहत और बचाव कार्य अभी तक जारी है. भारत समेत कई देशों की राहत और बचाव टीमें मलबे के ढेर में जिंदगी तलाश रहे हैं. लगभग सात दिन बाद मलबे के नीचे से जिंदगी की उम्मीद करना बेमानी-सा लगता है. हालांकि, इस दौरान चमत्कार भी देखने को मिल रहे हैं. तुर्की में भूकंप के 160 घंटे बाद एक शख्स को मलबे के ढेर से जीवित निकाला गया है. सोशल मीडिया पर इस शख्स की एक फोटो भी वायरल हो रही है.
रूस के आपातकालीन स्थिति मंत्रालय ने बताया कि रूस, किर्गिस्तान और बेलारूस की बचाव टीमों ने तुर्की में भूकंप के 160 घंटे बाद रविवार को ढह गई इमारत से एक व्यक्ति को जीवित निकाला. मंत्रालय ने सोमवार को टेलीग्राम मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, "व्यक्ति को मलबे से निकालने का बचाव कार्य चार घंटे से अधिक समय तक चला. लेकिन आखिरकार इस व्यक्ति को जीवित निकाल लिया गया."
बता दें कि 5 फरवरी को तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से मरने वालों की संख्या 33,000 से ऊपर हो गई और जीवित बचे लोगों को खोजने की उम्मीद टूटती जा रही है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा दोनों देशों के नेताओं से बात करने के बाद रूस ने पिछले सप्ताह तुर्की और सीरिया में बचाव दल की एक टीम भेजी थी.
इधर, तुर्की में छह फरवरी को आए भीषण भूकंप के बाद से लापता एक भारतीय नागरिक का शव शनिवार को उस होटल के मलबे से मिला, जहां वह ठहरा हुआ था. उत्तराखंड के पौड़ी जिले के निवासी और बेंगलुरु की एक कंपनी में कार्यरत विजय कुमार गौड़ एक आधिकारिक काम के सिलसिले में तुर्किये गए थे. यहां उनके परिवार ने भारतीय दूतावास के अधिकारियों के हवाले से कहा कि उनका चेहरा बुरी तरह से कुचला हुआ था, जिससे उनकी पहचान नहीं हो पा रही थी। गौड़ के हाथों पर 'ओम' का टैटू था, जिससे उनकी पहचान हुई.
भारत ने तुर्की, सीरिया को और अधिक राहत सामग्री भेजी
भारत ने शनिवार को भूकंप प्रभावित तुर्किये और सीरिया को और अधिक जीवन रक्षक दवाएं और राहत सामग्री भेजी। ये सामग्री सी-17 सैन्य विमान से भेजी गई हैं. भारत के 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत राहत सामग्री की यह सातवीं खेप भेजी गई है, जिसे सोमवार को आए भीषण भूकंप के बाद दोनों देशों की मदद के लिए शुरू किया गया है. भूकंप में 20,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट किया, "ऑपरेशन दोस्त' के तहत सातवां विमान सीरिया एवं तुर्किये के लिए रवाना हो गया है. विमान में राहत सामग्री, चिकित्सा सहायता, आपात एवं गहन देखभाल दवाइयां, चिकित्सा उपकरण एवं अन्य चीजें हैं." पिछले कुछ दिनों में भारत बचाव कार्य में मदद के लिए पांच सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमान से तुर्की को दवाएं, एक सचल अस्पताल और विशेष खोजी एवं बचाव टीम भेज चुका है. भारत ने सीरिया को भी भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से राहत सामग्री भेजी है।