- सीजफायर समझौता के तहत हमास ने सभी 20 जीवित इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है. पहले बैच में 7 और दूसरे में 13
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इजरायल पहुंचे हैं जहां वो रिहा हुए बंधकों से मुलाकात कर सकते हैं
- रिहाई की पूरी प्रक्रिया रेड क्रॉस के निगरानी में हुई, हमास से बंधकों को लेकर इजरायल को सौंपा गया
इजरायल आज खुशी के आसुंओं में डूबा है. उसके लिए दिवाली सा दिन है. दो साल के युद्ध के बाद इजरायल और हमास के बीच सीजफायर समझौते के तहत गाजा से सभी 20 बंधकों के रिहा कर दिया गया है. एपी की रिपोर्ट के अनुसार दो बैच में इन्हें रिहा किया गया है- पहले बैच में 7 बंधक और दूसरे बैच में 13 बंधक. 7 बंधकों का पहला बैच इजरायल पहुंच भी चुका है और अपने परिवार से मिल चुका है. जबकि इजरायली सेना के अनुसार 13 बंधकों का दूसरा बैच रेड क्रॉस ने उसे सौंप दिया है. सेना उन्हें लेकर इजरायल की तरफ आ रही है.
समझौते के तहत हमास ने अंतिम 20 जीवित बंधकों को रिहा करने का ऐलान किया था. इन बंधकों का स्वागत करने लिए इजरायल के लोग सड़कों पर झूम रहे हैं. गा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ इजरायल द्वारा बंदी बनाए गए सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई का इंतजार भी गाजा के लोग कर रहे हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इजरायल पहुंच चुके हैं, जहां वो रिहा हुए बंधकों से मुलाकात कर सकते हैं.
हमास ने जारी की थी 20 बंधकों की लिस्ट
हमास ने सोमवार सुबह 20 जीवित बंधकों की एक सूची जारी की थी, जिन्हें अब उसने सीजफायर समझौते के तहत आजाद कर दिया है. साथ ही उसने 1,900 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों की एक लिस्ट भी जारी की है जिन्हें उसने कहा कि इजरायल के अधिकारियों द्वारा रिहा किया जाएगा.
तेल अवीव के होस्टेज स्क्वायर पर बंधकों का इंतजार करते लोग
न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति ने ही बंधकों की रिहाई की निगरानी की है. यानी उनकी निगरानी में ही यह अदला-बदली हुई. रिहाई से पहले से ही इजरायल में मौहाल उम्मीदों से भरा हुआ था. टीवी स्टेशन रात भर विशेष कवरेज कर रहे हैं. लोग सुबह होने से पहले ही तेल अवीव के होस्टेजेस स्क्वायर में एक बड़ी स्क्रीन के पास इकट्ठा होने लगे हैं.
'जंग खत्म हो चुका है'- ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को घोषणा की कि "गाजा में युद्ध खत्म हो गया है." इस ऐलान के साथ वह इजरायल के लिए निकल गए. इजरायल के बाद वो मिस्र में एक उच्च-स्तरीय शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भी जाएंगे. इस यात्रा को बेहद खास बताते हुए इसकी शुरुआत में एयर फोर्स वन पर पत्रकारों से बात करते हुए, ट्रंप ने इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम और बंधक रिहाई समझौते के बारे में किसी भी चिंताओं को खारिज कर दिया.
इजरायल में बंधकों की रिहाई से पहले लोगों में खुशी का माहौल
79 साल के ट्रंप से जब पूछा गया कि क्या उन्हें विश्वास है कि इजरायल और फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास के बीच संघर्ष समाप्त हो गया है, तो उन्होंने कहा, "युद्ध खत्म हो गया है. ठीक है? आप इसे समझते हैं?"
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि ट्रंप संभवतः रिहा हुए बंधकों से भी मिलेंगे. इसके बाद ट्रंप मिस्र जाएंगे. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के कार्यालय ने कहा है कि ट्रंप सोमवार को क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ एक ‘‘शांति शिखर सम्मेलन'' की सह-अध्यक्षता करेंगे. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त फलस्तीनी ऑथोरिटी के नेता महमूद अब्बास के सलाहकार एवं न्यायाधीश महमूद अल-हब्बाश ने न्यूज एदेंली एपी को बताया भी महमूद अब्बास इस शांति शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे.
बंधकों की रिहाई की खबर को मॉनिटर करते भारत स्थिति इजरायली दूतावास के स्टाफ
वहीं इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने ‘एक्स' पर कहा कि उन्होंने सेना को निर्देश दिया है कि वह बंधकों की रिहाई के बाद गाजा के नीचे हमास द्वारा बनाई गई सुरंगों के नेटवर्क को नष्ट करने की तैयारी शुरू करे. यह काम अमेरिका के नेतृत्व और ऑबजर्वेशन में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय बलों के माध्यम से किया जाएगा.














