इजराइल और फिलिस्तीनी सगंठन हमास के बीच चल रहे संघर्ष के चौथे दिन भी लगातार हमले किए जा रहे हैं. हमास के हमले पर इजराइल भी जवाबी कार्रवाई कर रहा है. इजराइल में हालात कितने भयावह हैं, इस बात का पता लगाने के लिए NDTV की टीम ग्राउंड पर है. NDTV की टीम (NDTV reporting in Israel) इजराइल के एस्केलॉन में जिस होटल में रुकी थी, वहां पर रॉकेट से हमला किया गया. हालांकि, इस हमले में NDTV के दोनों जर्नलिस्ट सुरक्षित हैं. हमले के दौरान उन्होंने बंकर में छिपकर अपनी जान बचाई. NDTV की टीम ने बताया कि उन्होंने रॉकेट हमले के बाद दहशत के वो 10 मिनट कैसे गुजारे.
VIDEO : इजरायल के जिस होटल में रुकी थी NDTV की टीम, उस पर गिरा रॉकेट, बंकर में ली शरण
फुटेज में NDTV की टीम ने बताया, "एस्केलोन में होटल में एंट्री के दौरान रॉकेट हमला हुआ. यहां अच्छी-खासी तबाही मची है. रॉकेट गिरने के साथ ही आग लगी और धुआं-धुआं हो गया. सायरन बजते ही हमें बंकर में ले जाया गया. यहां और भी लोग हैं, जो डरे हुए हैं. फायर टेंडर आग बुझाने के काम में लग गए हैं. होटल की पार्किंग में खड़ी कुछ कारों को भी नुकसान पहुंचने की खबर है. NDTV की टीम जिस व्हीकल का इस्तेमाल कर रही थी, वो भी डैमेज हो गया है." घटनास्थल से सामने आई तस्वीरों में परिसर में एक बड़ा गड्ढा, बालकनी में टूटी रेलिंग और लॉबी में मलबा दिखाई दे रहा है.
NDTV की टीम ने बंकर से निकलकर होटल में हुए नुकसान का जायजा लिया. टीम ने बताया, "बार-बार धमकी दी गई थी कि शाम 5 बजे के बाद हमला होगा. ठीक 5 बजे के बाद रॉकेट हमला हुआ. होटल में काफी नुकसान हुआ है. होटल के फ्रंट एरिया में खड़ी गाड़ी में आग लगी है. देखते ही देखते गाड़ी जलकर राख हो गई. शहर के किस हिस्से में क्या हुआ है, अभी इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पा रही है."
इसी दौरान फिर से सायरन बजता है. इसके तुरंत बाद NDTV की टीम को सेना दोबारा जल्दी से बंकर में जाने के लिए कहती है. क्योंकि शायद दूसरा रॉकेट हमला होने की आशंका है.
एस्केलॉन शहर की सनी ने NDTV को बताया कि फेस्टिवल के समय में अमूमन बिजी ट्रैफिक वाली इजरायल की सड़कें सुनी पड़ी हैं. हमास के हमलों की बीच लोग अपने घरों को छोड़कर बंकर में पनाह लिए हुए हैं. रॉकेट हमलों में कइयों के घर तबाह हो गए हैं. रह-रहकर आसमान में रॉकेट की गूंज सुनाई पड़ती हैं.
हमास से लड़ने के लिए इजरायल में 1973 के बाद पहली बार बनेगी यूनिटी गवर्नमेंट, अब तक 1587 मौतें
एस्केलॉन शहर में रहने वालीं सनी ने कहा, "1980 के दशक के बाद जितने भी नए घर बने हैं, रिहाइशी इमारतें बनी हैं, उसमें सेफ प्लेस यानी बंकर बनाना अनिवार्य होगा. हमले के बीच लोग इन्हीं सेफ हाउस (बंकर) में दुबके हुए हैं."
इजरायल-हमास के बीच 7 अक्टूबर से शुरू हुई इस जंग में अब तक 1600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इजराइल में 40 नवजात बच्चों समेत 900 लोग मारे गए हैं, जबकि 2300 लोग घायल हैं. जबकि गाजा पट्टी में 140 बच्चों, 120 महिलाओं समेत 830 फिलिस्तीनी की जान जाने की खबर है. कई हजार घायल भी हुए हैं. इसके अलावा इजरायल की सेना ने अपने क्षेत्र में हमास के 1500 लड़ाकों को भी मार गिराने का दावा किया है. गाजा पट्टी और इजरायल के आसपास के इलाकों में इन लड़ाकों के शव बरामद हुए हैं. इजरायल के करीब 150 लोगों को हमास ने बंधक बनाकर गाजा में रखा है.
इजरायल पर हुए हमास के हमले में किस देश के कितने नागरिकों की हुई मौत, कई बंधक या लापता
इस बीच हमास से लड़ने के लिए इजरायल में 1973 के बाद पहली बार यूनिटी गवर्नमेंट बनेगी. पीएम नेतन्याहू ने इसकी घोषणा की है. सत्ताधारी लिकुड पार्टी के गठबंधन ने इसकी हामी भर दी है. इसका मतलब ये है कि इजरायल में ऐसी सरकार बनेगी, जिसमें सभी पार्टियां शामिल होंगी. ऐसी यूनिटी गवर्नमेंट या वॉर कैबिनेट जंग के वक्त बनती है.