अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन की ईरान को चेतावनी दी, अमेरिकियों पर हमले का जवाब देंगे

ब्लिंकन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका ईरान के साथ संघर्ष नहीं चाहता है." "हम नहीं चाहते कि यह युद्ध बढ़े. लेकिन अगर ईरान या उसके प्रतिनिधि कहीं भी अमेरिकी कर्मियों पर हमला करते हैं, तो कोई गलती न करें: हम अपने लोगों की रक्षा करेंगे, हम अपनी सुरक्षा की रक्षा तेजी से और निर्णायक रूप से करेंगे."

Advertisement
Read Time: 16 mins

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (फाइल फोटो)

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चेतावनी दी कि अगर ईरान उसके प्रतिनिधि या अमेरिकियों पर हमला करेगा तो अमेरिका उसका "निर्णायक" जवाब देगा. अमेरिकी की तरफ से यह अब तक की सबसे कड़ी चेतावनी है क्योंकि बाइडेन प्रशासन तेहरान को इजरायल और हमास के बीच युद्ध में शामिल होने से रोकने की कोशिश कर रहा है. ब्लिंकन ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका ईरान के साथ संघर्ष नहीं चाहता है." "हम नहीं चाहते कि यह युद्ध बढ़े. लेकिन अगर ईरान या उसके प्रतिनिधि कहीं भी अमेरिकी कर्मियों पर हमला करते हैं, तो कोई गलती न करें: हम अपने लोगों की रक्षा करेंगे, हम अपनी सुरक्षा की रक्षा तेजी से और निर्णायक रूप से करेंगे."

Advertisement

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रूस और चीन सहित 15-सदस्यीय सुरक्षा परिषद के अन्य लोगों से भी आग्रह किया कि वे ईरान से कहें कि वह इज़रायल के खिलाफ कोई और मोर्चा न खोले या उसके सहयोगियों पर हमला न करे, और यदि वह ऐसा करता है तो उन्हें जवाबदेह ठहराए. यदि आप, संयुक्त राज्य अमेरिका की तरह, इस संघर्ष को फैलने से रोकना चाहते हैं, तो ईरान को बताएं, अपने प्रतिनिधियों को बताएं - सार्वजनिक रूप से, निजी तौर पर, हर माध्यम से - इज़रायल के खिलाफ एक और मोर्चा न खोलें. इज़राइल के साझेदारों पर हमला न करें." ब्लिंकन की टिप्पणियां अमेरिका द्वारा बढ़ाए जा रहे संदेश अभियान में नवीनतम बयान हैं, जिसमें कहा गया है कि अमेरिकी सेना के खिलाफ क्षेत्र में हिंसा में ईरान की भागीदारी है, साथ ही लेबनान में हिजबुल्लाह लड़ाकों का समर्थन है, जिन्होंने हाल के दिनों में इजरायल पर रॉकेट हमले शुरू किए हैं.

सोमवार को अमेरिका ने कहा कि वह क्षेत्र में अमेरिकी बलों पर ड्रोन और रॉकेट हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराएगा. तस्नीम समाचार एजेंसी के अनुसार, 15 अक्टूबर को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ एक फोन कॉल में, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने चेतावनी दी कि अगर इज़रायल ने अपने अपराधों को नहीं रोका, तो संघर्ष बढ़ सकता है, जिसमें "लोगों की हत्या और गाजा की घेराबंदी शामिल है."  फ़िलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमला करके लगभग 1,400 लोगों की हत्या कर दी और 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया, और इज़राइली बलों ने हवाई हमलों का जवाब दिया, जिसमें 5,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. इज़रायल ने गाजा में जमीनी अभियान के माध्यम से हमास को स्थायी रूप से खत्म करने की कसम खाई है. लेकिन अमेरिका, उसके सहयोगियों और विरोधियों सभी ने चिंता व्यक्त की है कि इस तरह का सैन्य कदम दूसरों के लिए संघर्ष में प्रवेश के लिए उकसावे रूप में काम कर सकता है.

Advertisement

ये भी पढ़ें : "अगर सुकून से रहना है तो....": गाजा पट्टी के लोगों को इज़रायल की चेतावनी,10 पॉइंट्स

Advertisement

ये भी पढ़ें : गाजा का दावा, रात भर इजरायली हमलों में 700 फिलिस्तीनी मारे गए