हमास के आतंकियों द्वारा सात अक्टूबर को बंधक बनाई गई एक जर्मन महिला शानी लौक की मौत हो गई है. उसका शव गाजा में इजरायली सैनिकों को मिला है, उसके परिवार और इजरायल सरकार ने आज इसकी पुष्टि की. उनकी बहन आदि लौक ने सोशल मीडिया पर कहा, "बहुत दुख के साथ हम अपनी बहन की मौत की पुष्टि कर रहे हैं."
23 वर्षीया लौक को उस समय बंधक बना लिया गया था, जब वह गाजा सीमा के पास सुपरनोवा संगीत समारोह में भाग लेने आयी थी. इस संगीत समारोह पर 7 अक्टूबर को अचानक हमास ने हमला कर दिया था.
लौक के लापता होने के बाद, उसकी मां रिकार्डा लौक ने अपील की थी, जिसमें जर्मन और इजरायली सरकारों से शानी लौक को वापस लाने की मांग की गई थी, सोशल मीडिया पर ये वायरल हुई थी. उन्होंने वीडियो में कहा था, "हमें एक वीडियो भेजा गया था, जिसमें मैं स्पष्ट रूप से हमारी बेटी को फिलिस्तीनियों और गाजा पट्टी के आसपास गाड़ी में बेहोश हुए देख सकती थी."
लौक को बंधक बनाने के बाद एक पिकअप ट्रक में नग्न घुमाया गया था. आतंकी हमलों के तुरंत बाद साझा किए गए वीडियो में, शानी एक पिकअप ट्रक में औंधे मुंह लेटी हुई थी, उसके परिवार का कहना था कि उन्होंने उसकी पहचान उसके बालों और टैटू से की थी.
शानी संगीत समारोह में भाग ले रही थी और सोशल मीडिया पर क्लिप में उसे हमास समूह के आयोजन स्थल पर धावा बोलने से कुछ घंटे पहले अपने दोस्तों के साथ नाचते और गाते हुए देखा जा सकता था.
जर्मन अखबार डीडब्ल्यू के अनुसार, लौक भागने की कोशिश कर रही थी, लेकिन हमास के गुर्गों ने उन्हें पकड़ लिया, जो उन्हें गाजा में ले गए, जहां उन्हें पीटते हुए दिखाया गया.
हमास के हमलों की सैन्य प्रतिक्रिया के रूप में इजरायली सेना ने गाजा में अपना जमीनी आक्रमण तेज कर दिया है. अधिकारियों का कहना है कि 1,400 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे, जबकि अन्य 239 लोगों को बंधक बना लिया गया.
हमास द्वारा संचालित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायली हवाई और जमीनी हमलों में अब तक 8,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर नागरिक और उनमें से आधे से अधिक बच्चे शामिल हैं.