India-UK बनाएंगे नई संयुक्त अकादमी, आधुनिक राष्ट्रमंडल के अनुकूल होगा प्रशिक्षण

विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनकी ब्रिटिश समकक्ष लिज ट्रस ने पिछले सप्ताह रवांडा में एक बैठक के बाद नई अकादमी स्थापित करने की योजना की घोषणा की. यह अकादमी राष्ट्रमंडल के मूल्यों को संयुक्त रूप से बढ़ावा देने के लिए होगी.

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विदेश मंत्री एस. जयशंकर और ब्रिटिश समकक्ष लिज ट्रस ने नई अकादमी स्थापित करने की योजना बताई

भारत (India) और ब्रिटेन (UK) दोनों देशों के युवा और नये राजनयिकों को प्रशिक्षित करने के लिए एक संयुक्त राष्ट्रमंडल राजनयिक अकादमी कार्यक्रम शुरू करेंगे. विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनकी ब्रिटिश समकक्ष लिज ट्रस ने पिछले सप्ताह रवांडा में एक बैठक के बाद नई अकादमी स्थापित करने की योजना की घोषणा की. यह अकादमी राष्ट्रमंडल के मूल्यों को संयुक्त रूप से बढ़ावा देने के लिए होगी. ट्रस ने कहा, 'इस कार्यक्रम के स्नातक स्वनिर्णय के समर्थन में राष्ट्रमंडल को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.'

उन्होंने कहा, ‘‘... मौजूदा भू-राजनीतिक दुनिया में, हमें लोकतंत्र और संप्रभुता के राष्ट्रमंडल मूल्यों का समर्थन करना चाहिए, ब्रिटेन और भारत 21वीं सदी के लिए अनुकूल एक आधुनिक रामष्ट्रमंडल बनाने के लिए मदद कर रहे हैं और अपने सदस्यों को ठोस लाभ पहुंचा रहे हैं.”

ट्रस ने कहा, ‘‘इसीलिए, हम एक नए राष्ट्रमंडल राजनयिक अकादमी कार्यक्रम पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो युवा राजनयिकों को मौजूदा चुनौतियों के मद्देनजर प्रशिक्षित करेगा.''

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