India Issues Advisory Regarding Syria: सीरिया में स्थिति गंभीर होती जा रही है. इसे देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है. विदेश मंत्रालय की तरफ से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. साथ ही वहां यात्रा न करने की सलाह दी गई है. सोशल मीडिया एक्स पर विदेश मंत्रालय ने पोस्ट किया, "सीरिया के हालात को देखते हुए भारतीय नागरिकों को सीरिया की यात्रा तक तक न करने की सलाह दी जाती है, जब तक इस बारे में फिर से सूचना नहीं दी जाती. सीरिया में रह रहे भारतीय नागरिकों को सलाह है कि वो भारतीय दूतावास के संपर्क में रहे. दमिश्क में भारतीय दूतावास की इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +963993385793 पर संपर्क किया जा सकता है. यही नंबर व्हाट्स एप पर भी उपलब्ध है. इस नंबर से सभी जरूरी सूचनाएं जारी की जा रही हैं. hoc.damascus@mea.gov.in पर आप ईमेल भी कर सकते हैं. अभी जो लोग सीरिया में हैं वो जल्द से जल्द वहां से लौटने की कोशिश करें और जब तक ऐसा नहीं हो पाता अपनी सुरक्षा का ख्याल रखें."
सीरिया में इस्लामवादियों के नेतृत्व में विद्रोहियों का नियंत्रण बढ़ने के बीच भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह वहां की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है. विद्रोहियों ने देश के सबसे बड़े शहर अलेप्पो के अधिकतर भूभाग पर कब्जा करने के बाद बृहस्पतिवार को मध्य सीरिया के शहर होम्स को भी काफी हद तक अपने कब्जे में कर लिया है. हजारों लोगों को होम्स छोड़कर जाना पड़ा है.
कितने भारतीय सीरिया में
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमने उत्तर सीरिया में हाल में लड़ाई तेज होने पर ध्यान दिया है. हम स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं. सीरिया में लगभग 90 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से 14 संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों के लिए काम कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, “हमारा मिशन हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए लगातार उनसे संपर्क बनाए हुए है.” जायसवाल ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक सवाल के जवाब में यह बात कही.
दक्षिण कोरिया पर क्या कहा
दक्षिण कोरिया में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत स्थिति पर नजर रखे हुए है. दक्षिण कोरिया की सत्तारूढ़ पार्टी ‘पीपुल पावर पार्टी' (पीपीपी) के प्रमुख ने ‘मार्शल लॉ' लागू करने के लिए शुक्रवार को राष्ट्रपति यून सुक येओल की संवैधानिक शक्तियों को निलंबित करने का समर्थन किया, जिससे यून के खिलाफ महाभियोग की संभावना बढ़ गई है.
जायसवाल ने कहा, ‘‘दक्षिण कोरिया और भारत के बीच बहुत महत्वपूर्ण साझेदारी है. हमारे बीच मजबूत आर्थिक और राजनीतिक साझेदारी है. हम दक्षिण कोरिया के घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं.''उन्होंने कहा कि भारत स्थिति पर नजर रखे हुए है, क्योंकि बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक दक्षिण कोरिया में रह रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि देश में स्थिति जल्द ही स्थिर हो जाएगी.''