India को अपरिहार्य सहयोगी मानता है US, बताया कहां बंधी है द्विपक्षीय रिश्तों की सबसे मजबूत डोर

" अमेरिका और भारत अपने रिश्तों को लेकर आश्वस्त हैं और आगे आने वालों सालों में हम साथ खड़े होकर कानून आधारित व्यवस्था की रक्षा करेंगे, अपने लोगों के लिए बृहद शांति, उन्नती और सुरक्षा को बढ़ावा देंगे,  हिंद-प्रशांत क्षेत्र को और खुला और मुक्त बनाएंगे. साथ में ही हम दुनिया में सामने आ रही चुनौतियों का सामना करेंगे."- व्हाइट हाउस

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अमेरिकी (US) राष्ट्रपति भवन (White House) ने बुधवार को कहा है कि अमेरिका (US) भारत  (India)को अपने अपरिहार्य सहयोगी के तौर पर देखता है और जोर देकर कहा कि दोनों देश यूक्रेन (Ukraine) को लेकर अपने राष्ट्रीय हितों पर काम कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति भवन की प्रेस सेक्रेट्री करीन जीन-पिएरे ने डेली न्यूज़ कॉन्फ्रेंस में रिपोटर्स से कहा, "हम भारत को एक ऐसे सहयोगी के तौर पर देखते हैं जिसके बिना काम नहीं चल सकता. भारत-अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रतिबद्धता के आधार पर टिकी है."   

प्रेस सचिव उस सवाल का जवाब दे रहीं थीं कि क्या भारत-अमेरिका के रिश्ते यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद मुश्किल में हैं. इस पर उन्होंने कहा, " आपने राष्ट्रपति को यह कहते सुना होगा, कानून का राज और मानव स्वतंत्रता और स्वाभिमान को बढ़ावा." 

जीन पियरे ने आगे कहा, हम अपने रिश्तों को लेकर आश्वस्त हैं और आगे आने वालों सालों में हम साथ खड़े होकर कानून आधारित व्यवस्था की रक्षा करेंगे, अपने लोगों के लिए बृहद शांति, उन्नती और सुरक्षा को बढ़ावा देंगे,  हिंद-प्रशांत क्षेत्र को और खुला और मुक्त बनाएंगे. साथ में ही हम दुनिया में सामने आ रही चुनौतियों का सामना करेंगे."

उन्होंने कहा, अमेरिका इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट है कि वो यूक्रेन के मुद्दे पर कहां खड़ा है. हमने यूक्रेन और उसके लोगों के लिए 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त सुरक्षा सहायता की घोषणा की है यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोग अपनी स्वतंत्रता की लड़ाई जारी रख सकें. हमारे सहयोगी भी, नाटो भी राष्ट्रपति के नेतृत्व में एकजुट है."

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