हमास हथियार सरेंडर करने को तैयार! आजाद फिलिस्तीन की दिशा में मिला 'शुभ संकेत', इजरायल मानेगा?

हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य बासेम नईम ने हथियारों के सरेंडर वाला बयान उस समय दिया है जब दोनों पक्ष सीजफायर समझौते के दूसरे और अधिक जटिल चरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं.

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  • हमास ने इजरायल के साथ सीजफायर के लिए हथियारों के जखीरे को फ्रीज या स्टोर करने पर सहमति का संकेत दिया है
  • हमास के सीनियर मेंबर ने कहा कि समूह हथियारों के सरेंडर पर खुला विचार रखता है, दीर्घकालिक संघर्ष विराम चाहता है
  • इजरायली PM ने एक बार फिर फिलिस्तीनी स्वतंत्रता की मांगों को पूरी तरह नकार दिया है
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हमास अपने हथियारों को सरेंडर करने को तैयार है. एपी की रिपोर्ट के अनुसार हमास के एक सीनियर अधिकारी ने रविवार, 7 दिसंबर को कहा कि हमास इजरायल के साथ सीजफायर के हिस्से के रूप में हथियारों के जखीरे को "फ्रीज करने या स्टोर करने" पर चर्चा करने के लिए तैयार है. हमास के इस बयान ने अमेरिका की मध्यस्थता वाले इस सीजफायर समझौते को और आगे बढ़ाने का एक संभावित फॉर्मूला पेश किया है.

हमास के निर्णय लेने वाले राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य बासेम नईम ने हथियारों के सरेंडर को तैयार होने वाला बयान उस समय दिया है जब दोनों पक्ष सीजफायर समझौते के दूसरे और अधिक जटिल चरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं. नईम ने कतर की राजधानी दोहा में एपी को बताया, "हम किसी भी आगे की झड़प या विस्फोट से बचने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाने के लिए तैयार हैं."

नईम ने कहा कि हमास के पास "विरोध करने का अधिकार" बरकरार है. लेकिन साथ ही कहा कि समूह फिलिस्तीनी देश की स्थापना के उद्देश्य से एक प्रक्रिया के हिस्से के रूप में अपने हथियार डालने के लिए तैयार है. उन्होंने इस बारे में कुछ विवरण दिया कि यह कैसे काम करेगा है, लेकिन उन्होंने इसके बदले पांच या 10 साल के दीर्घकालिक संघर्ष विराम का सुझाव दिया.

उन्होंने कहा, "इस समय का उपयोग गंभीरता से और व्यापक तरीके से किया जाना चाहिए." उन्होंने कहा कि हमास अपने हथियारों के साथ क्या करना है, इस बारे में "बहुत खुले दिमाग वाला" है. उन्होंने कहा, "हम फिलिस्तीनी गारंटी के साथ, इस युद्धविराम के दौरान इसका (हथियारों का) बिल्कुल भी उपयोग न करने की बात कर सकते हैं."

हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि हमास का यह प्रस्ताव इजरायल की तरफ से किए जा रहे पूर्ण निरस्त्रीकरण की मांगों को पूरा करेगा या नहीं. दूसरी तरफ इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू किसी भी कीमत पर फिलिस्तीन की आजादी की मांग पूरा करने को तैयार नहीं दिख रहे हैं.

दरअसल जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज दो दिवसीय इजरायल दौरे पर हैं. यहां प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू संग बैठक के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जिसमें नेतन्याहू ने अलग फिलिस्तीनी देश के विचार को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा, "ये तो अपने दरवाजे पर अपनी तबाही के लिए तैयार होने जैसा होगा." प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जर्मन चांसलर मर्ज से स्पष्ट कहा कि वो फिलिस्तीनी स्टेट के पक्ष में नहीं हैं.

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