अल्फाबेट के स्वामित्व वाली Google कर्मचारियों की छंटनी (Google Lays Off Employees) कर रही है. गूगल ने बड़े स्तर पर कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, कंपनी के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि कॉस्ट कटिंग के लिए कर्मचारियों की संख्या में कटौती की जा रही है. Google के प्रवक्ता ने कहा कि छंटनी कंपनी-वाइड नहीं है और इससे प्रभावित कर्मचारी अंदरूनी भूमिकाओं के लिए आवेदन कर सकेंगे. हालांकि प्रवक्ता ने छंटनी से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों की संख्या और इसमें शामिल टीमों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. छंटनी से प्रभावित कुछ लोगों को कंपनी भारत, शिकागो, अटलांटा और डबलिन समेंत उन जगहों पर ट्रांसफर करेगी, जहां वह निवेश कर रही है.
Google में छंटनी का दौर जारी
इस साल टेक, मीडिया जगत में कई नौकरियों में कटौती के बाद गूगल में भी यह छंटनी हो रही है, जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि छंटनी जारी रह सकती है. क्योंकि कंपनियां आर्थिक अनिश्चितता से जूझ रही हैं. गूगल के प्रवक्ता ने कहा, "2023 की दूसरी छमाही और 2024 के दौरान, हमारी कई टीमों ने ज्यादा कुशल बनने और बेहतर काम करने और लेयर्स को हटाने के साथ ही अपने संसाधनों को अपनी सबसे बड़ी उत्पाद प्राथमिकताओं के साथ एलाइन करने के लिए बदलाव किए हैं."
क्या कहती है बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट?
बुधवार को जारी हुई बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Google के रियल एस्टेट और फाइनेंस डिपार्टमेंट्स में कई टीमों के वर्कर्स इस छंटनी से प्रभावित हुए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रभावित फाइनेंस टीमों में Google ट्रेजरी, बिजनेस सर्विसेज और रेवेन्यू कैश ऑपरेशन्स शामिल हैं. बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, Google के वित्त प्रमुख रूथ पोराट ने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल भेजकर कहा कि पुनर्गठन में बैंगलोर, मैक्सिको सिटी और डबलिन में विकास का विस्तार शामिल है.
गूगल ने जनवरी में भी की थी छटनी
Google ने जनवरी में भी अपनी इंजीनियरिंग, हार्डवेयर और सहायक टीमों समेत कई टीमों के सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था, क्योंकि कंपनी ने निवेश बढ़ाते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पेशकश की थी. गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कथित तौर पर इस साल की शुरुआत में कर्मचारियों से नौकरियों में कटौती किए जाने को लेकर पहले ही आगाह कर दिया था.