नेपाल के विदेश सचिव भरत राज पौड्याल अगले हफ्ते भारत दौरे पर जाएंगे. इस दौरान वह अपने भारतीय समकक्ष विनय मोहन क्वात्रा के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे, जिसमें दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग से जुड़े सभी मुद्दे शामिल हैं. नेपाल के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 13 से 14 सितंबर के बीच अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा पर पौड्याल अप्रैल और मई में नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की भारत यात्रा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेपाल दौरे के दौरान घोषित पहलों पर हुई प्रगति की समीक्षा भी करेंगे. उनका 15 सितंबर को काठमांडू लौटने का कार्यक्रम है.
मई में प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल के लुंबिनी का दौरा किया था, जिसे गौतम बुद्ध की जन्मस्थली माना जाता है. लुंबिनी में उन्होंने नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ मिलकर बौद्ध विहार की आधारशिला रखी थी, जिसका निर्माण भारत के सहयोग से किया जा रहा है. द्विपक्षीय बातचीत के बाद दोनों पक्षों ने शिक्षा और सांस्कृतिक क्षेत्र में सहयोग के लिए छह समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे.
भारत के सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे की नेपाल यात्रा हाल ही में समाप्त हुई है. इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देने के तरीकों पर देश के शीर्ष असैन्य और सैन्य नेतृत्व के साथ व्यापक बातचीत की थी.
नेपाल भारत का एक अहम पड़ोसी है. अपनी भौगोलिक स्थिति, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व तथा आर्थिक संबंधों के चलते नेपाल भारत की विदेश नीति में एक विशेष अहमियत रखता है.
नेपाल पांच भारतीय राज्यों-सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ कुल 1,850 किलोमीटर से अधिक की सीमा साझा करता है. वह माल ढुलाई और विभिन्न सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भारत पर बहुत अधिक निर्भर है.