Covid वैक्सीन के बूस्टर डोज़ से कितने लंबे वक्त तक मिलती है सुरक्षा? इस स्टडी में मिला ये जवाब

वैक्सीन की प्रभावशीलता का अनुमान टीका लिए हुए और बिना टीका लिए हुए मरीजों के बीच अध्ययन कर के लगाया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
कोरोना वैक्सीन को लेकर आई ये स्टडी (प्रतीकात्मक फोटो)
वाशिंगटन:

दुनिया के कई देश वर्तमान में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं. इस बीच कोरोना से बचाव को लेकर कई टीके डेवलप किए गए हैं. इनकी प्रभावशीलता को लेकर लगातार शोध कार्य भी जारी हैं. यूएस सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की एक नई स्टडी में शुक्रवार को कहा गया है कि फाइजर ( Pfizer) और Moderna mRNA टीकों की तीसरी खुराक की  प्रभावशीलता चौथे महीने के बाद काफी हद तक कम हो जाती है. 

नई स्टडी इमरजेंसी डिपार्टमेंट (Emergency Department) में आने वाले 241204 और अस्पतालों में भर्ती 93408 लोगों पर आधारित है, जो कि गंभीर स्थिति में थे. यह स्टडी 26 अगस्त, 2021 से  22 जनवरी, 2022 के बीच की है. 

दुनियाभर में थमने लगी कोरोना की रफ्तार, भारत में भी 80 फीसदी कम हुए मामले

वैक्सीन की प्रभावशीलता का अनुमान टीका लिए हुए और बिना टीका लिए हुए मरीजों के बीच अध्ययन कर के लगाया गया है. स्टडी में भौगोलिक एरिया, उम्र, लोकल ट्रांसमिशन का स्तर और मरीजों की बीमारियों का ध्यान रखा गया है. 

जिस समय ओमिक्रॉन की लहर थी, उस दौरान इमरजेंसी डिर्पाटमेंट या तत्काल देखभाल क्लिनिक में आने वालों में तीसरी खुराक के बाद दो महीनों में वैक्सीन की प्रभावशीलता 87 प्रतिशत थी, लेकिन चौथे महीने तक गिरकर यह 66 प्रतिशत हो गई थी. अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के खिलाफ टीके की प्रभावशीलता पहले दो महीनों में 91 प्रतिशत थी, लेकिन तीसरी खुराक के बाद चौथे महीने तक गिरकर 78 प्रतिशत हो गई. 

ये भी देखें-'99 लाख लोगों ने नहीं ली है पहली डोज', कोरोना के मामले में महाराष्ट्र को लेकर खुलासा

Featured Video Of The Day
Sharda University Student Death: गुस्साए परिजनों ने Medical Department के HOD को पीटा | Breaking
Topics mentioned in this article