Omicron से भी तेज़ फैलता है BA.2 वायरस, ओमिक्रॉन का ही है नया रूप: स्टडी

Omicron की दूसरी पीढ़ी के वायरस BA.2 से संक्रमित हुए 39% लोग अपने घरों में दूसरों को भी संक्रमित करते हैं. जबकि ओमिक्रॉन के मूल स्वरूप से यह दर 29% ही थी. डेनमार्क में की गई एक स्टडी में यह सामने आया.  

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
Coronavirus के तेजी से फैलने वाले वेरिएंट Omicron का नया स्वरूप BA.2 है और तेज़

कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी पर आई नई स्टडी (New Study) बताती है कि तेजी से फैलने वाले वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) का नया स्वरूप ऑमिक्रॉन के मूल स्वरूप से भी तेजी से फैल रहा है. इतना ही नहीं अगर किसी को पहले हल्के लक्षणों के साथ ओमिक्रॉन हो गया हो तो उसमें नए स्वरूप के लिए ज्यादा रोग प्रतिरोधक क्षमता भी नहीं होगी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक इस नई रिसर्च से ओमीक्रॉन से कोरोना महामारी के अंत की ओर जाने उम्मीदों पर भी संदेह पैदा हो गया है. आम जनता कोविड प्रतिबंधों से ऊब चुकी है और सरकारों की तरफ से कोविड19 को इंफ्लूएंज़ा की तरह हल्के में लेने की घोषणाएं करने का चलन बढ़ रहा है. वैक्सीन भी आसानी से उपलब्ध है और पहले की तुलना में मौतें भी कम हो रही हैं. 

कैलिफोर्निया यूनीवर्सिटी (California University) के शोधकर्ताओं की रिपोर्ट के अनुसार ओमिक्रॉन (Omicron) से शरीर में कितनी एंटीबॉडी बनती हैं ये इस बात पर निर्भर करता है कि बीमारी कितनी गंभीर हुई. वैक्सीन ले चुके अधिकतर लोग ओमिक्रॉन से गंभीर बीमार नहीं पड़ते लेकिन हल्की किस्म का ओमिक्रॉन मौजूदा वायरस और भविष्य के वायरस के खतरों से बचाव नहीं करता है. 

यह भी पढ़ें:- Corona मरीज़ 70 दिन बाद भी फैला सकते हैं संक्रमण, Quarantine के लिए 14 दिन भी कम : स्टडी

Advertisement

एक स्टडी में बताया गया है कि बूस्टर शॉट की तुलना में प्राकृतिक इन्फेक्शन से होने वाले संक्रमण से एक तिहाई प्रोटेक्शन मिलाता है. 

Advertisement

उन्होंने कहा, "हमारे नतीजे बताते हैं कि ओमिक्रॉन से मिलने वाली रोग प्रतिरोधक क्षमता शायद भविष्य में आने वाले दूसरे संक्रमणों से बचाने में शायद कारगर नहीं होगी."  

Advertisement

शोधकर्ताओं ने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में वैक्सीन वैक्सीन बूस्टर्स की ज़रूरत पर भी ज़ोर डाला क्योंकि केवल प्राकृतिक संक्रमण शायद बार-बार होने वाले संक्रमण या नए वेरिएंट्स के खिलाफ अकेले काम नहीं कर पाएगा.

Advertisement

ज़्यादा संक्रामक 

एक दूसरी स्टडी में यह सामने आया है कि ओमिक्रान की दूसरी पीढ़ी का वेरिएंट अपने मूल स्वरूप से अधिक संक्रामक है. 

इसमें पता चला है कि ओमिक्रॉन की दूसरी पीढ़ी के वायरस BA.2 से संक्रमित हुए 39% लोग अपने घरों में दूसरों को भी संक्रमित करते हैं. जबकि ओमिक्रॉन के मूल स्वरूप से यह दर 29% ही थी. डेनमार्क में दिसंबर से जनवरी के बीच 8,541 घरों से जमा किए गए डेटा पर की गई स्टडी के अनुसार यह सामने आया.  

शोधकर्ताओं ने वैक्सीन के फायदों पर ज़ोर डालते हुए कहा, जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली थी, उन लोगों में दोनों ही तरह के संक्रमण का खतरा अधिक था. 

इस शोध के नतीजे ब्रिटेन की हेल्थ एजेंसी की तरफ से जारी हुई रिपोर्ट को और विश्वस्नीय बनाते हैं. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि ओमीक्रॉन का सबवेरिएंट अपने तेजी से फैलने वाले मूल वेरिएंट से भी अधिक संक्रामक है. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछले महीने कहा था, "जबकि दुनिया में अधिकतर जगह अभी BA.1 का ही संक्रमण अधिक है लेकिन हालिया रुझान बताते हैं कि BA.2 भारत , साउथ अफ्रीका, ब्रिटेन और डेनमार्क जैसे कुछ देशों में तेजी से पैर पसार रहा है."

इसमें से किसी भी स्टडी में को अभी बाहर के एक्सपर्ट ने नहीं देखा है जैसा कि आम तौर पर इसे पब्लिश करने से पहले होता है. डेनमार्क में यूनिवर्सिटी ऑफ कोपनहेगन, स्टेटिस्टिक्स डेनमार्क, टेकनिकल यूनिवर्सिटी ऑफ डेनमार्क और स्टेटेन्स सीरम इंस्टीट्यूट ने मिल कर की थी. दूसरी स्टडी को सैन फ्रांसिस्को की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी ने किया था. 
 

Featured Video Of The Day
Allu Arjun News: Telugu Superstar का सड़क से सदन तक विरोध
Topics mentioned in this article