विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुरुवार को बताया है कि कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) से 2020 से 2021 के बीच 13.3 मिलियन से 16.6 मिलियन लोगों की मौत हुई. यह इस महामारी से मरने वाले लोगों की बताई गई संख्या का तीन गुणा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोरोनावायरस से कुल मौत (Corona deaths) के आंकड़ों का लंबे समय से इंतजार हो रहा था. इसमें महामारी के असर से हुई मौतों का आंकड़ा भी शामिल है.
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, " नए आंकलन दिखाते हैं कि कोरोनावायरस महामारी से प्रतक्ष्य या अप्रत्यक्ष तौर पर 1 जनवरी 2020 से 31 दिसंबर 2021 तक करीब 14.9 मिलियन लोगों की मौत हुई. ( रेंज 13.3 मिलियन से 16.6 मिलियन). इन आंकड़ों को कोरोना संकट के कारण अधिक मौतों (excess mortality) के नाम से सामने रखा गया है. कोरोना महामारी के कारण दुनिया पिछले 2 सालों से संकट में है.
WHO चीफ टेड्रोस एधनोम घेब्रिएसिस (WHO chief Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा, " यह बढ़ा आंकड़ा केवल महामारी के असर को ही नहीं दिखाता है बल्कि सभी देशों में स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश किए जाने की जरूरत की तरफ भी इशारा करता है जो संकट के समय जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत को संभाल सकें. इसमें मजबूत सूचना तंत्र भी शामिल है."
प्रभाव के कारण मौत
excess mortality को पिछले सालों के डेटा के आधार पर जितनी मौत हुईं और महामारी के ना होने पर जितनी मौतें अपेक्षित थीं, उनके अंतर की गणना कर निकाला गया है. Excess mortality में Covid-19 से सीधे तौर पर हुईं मौतें और स्वास्थ्य सेवाओं और समाज पर इसके प्रभाव से हुईं मौतों को भी शामिल किया गया है.
WHO ने कोरोनावायरस को अंतरराष्ट्रीय जन स्वास्थ्य संकट 30 जनवरी 2020 को घोषित किया था जब नए कोरोना के मामले चीन के बाहर फैल गए थे. दुनिया भर के देशों ने को WHO को बताया कि साल 2020 और 2021 में कोरोना से 5.42 मिलियन लोगों की मौत हुई, ये संख्या 2022 की मौतों को मिलाकर 6.24 मिलियन बैठती है.
जेनेवा में स्थित संगठन कहता रहा है कि कोरोना संक्रमण के कारण रिकॉर्डेड मौतों से कहीं अधिक मौत हुई हैं. WHO ने बताया कि excess deaths का 84% साउथईस्ट एशिया, यूरोप और अमेरिका में हुईं. असल में कुल excess deaths के 68% मामले केवल 10 देशों में सामने आए.
अधिक आय वाले देश excess deaths के 15% के लिए जिम्मेदार हैं. अपर मिडिल इनकम वाले देश 28% , लोअर मिडिल इनकम वाले देश 53 % और लो इनकम, यानि कम आय वाले देशों में कुल excess deaths के 4% मामले सामने आए. दुनियाभर में कोरोना से 57% पुरुषों की जान गई, जबकि 43% महिलाएं इससे प्रभावित हुईं.
संकट को समझें
WHO के डेटा, एनलिटिक्स और डेलिवरी के लिए असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल समीरा आस्मा ने कहा, " एक्सेस मृत्युदर महामारी के प्रभाव को समझने के लिए जरूरी है. मृत्यु के ट्रेंड में बदलाव निर्णय लेने वालों को जरुरी जानकारी देते हैं और भविष्य के संकट में मृत्युदर कम करने में सहायक साबित होंगे. " WHO ने कहा है कि 14.9 मिलियन का आंकड़ा दुनिया के सबसे बड़े एक्सपर्ट्स ने निकाला है. कई देशों में भरोसे के लायक मृत्युदर निगरानी तंत्र नहीं है और इस कारण यह excess mortality rates के लिए जरूरी आंकड़े नहीं देते लेकिन सार्वजनिक तौर पर मौजूद एक तरीका अपना कर इस आंकड़े का पता लगाया जा सकता है. WHO गुरुवार देर शाम इन आंकड़ों को समझाने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाला है.