कोलंबिया इजरायल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ देगा. राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने बोगोटा में मई दिवस की रैली में प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का जिक्र करते हुए कहा, "एक नरसंहार करने वाला राष्ट्रपति होने के कारण इजरायल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिए जाएंगे." पेट्रो ने हजारों समर्थकों से कहा कि दुनिया नरसंहार, विनाश स्वीकार नहीं कर सकती. "अगर फ़िलिस्तीन मर जाता है, तो मानवता मर जाती है,"
इजरायल ने पेट्रो को "यहूदी विरोधी और घृणित" बताते हुए जवाब दिया और कहा कि उनका रुख हमास को इनाम देने जैसा है. विदेश मंत्री इज़रायल काट्ज़ ने एक्स पर कहा, "कोलंबियाई राष्ट्रपति ने हमास के हत्यारों और बलात्कारियों को पुरस्कृत करने का वादा किया है - और आज उन्होंने इसे पूरा किया." काट्ज़ ने कहा, "इतिहास याद रखेगा कि गुस्तावो पेट्रो ने मानवता के सबसे घृणित राक्षसों के साथ खड़े होने का फैसला किया, जिन्होंने नवजातों को जलाया, बच्चों की हत्या की, महिलाओं से रेप किया और निर्दोष नागरिकों का किडनैप किया."
अक्टूबर में, युद्ध शुरू होने के कुछ दिनों बाद, इजरायल ने घोषणा की कि वह कोलंबिया को सुरक्षा निर्यात रोक रहा है. जब पेट्रो ने इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट पर गाजा के लोगों के बारे में उसी तरह की भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया जो नाजियों ने यहूदियों के बारे में कहा था. उस समय इजरायल ने पेट्रो पर हमास आतंकवादियों द्वारा किए गए अत्याचारों के लिए समर्थन व्यक्त करने, यहूदी विरोधी भावना को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कोलंबिया के राजदूत को तलब किया.
बोगोटा ने बाद में मांग की कि इजरायल के दूत दक्षिण अमेरिकी देश छोड़ दें. कोलंबिया के पहले वामपंथी राष्ट्रपति पेट्रो ने भी इस बात पर जोर दिया है कि "लोकतांत्रिक लोग नाज़ीवाद को अंतरराष्ट्रीय राजनीति में फिर से स्थापित होने की अनुमति नहीं दे सकते."
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