कनाडाई हिंदुओं ने निकाली विशाल रैली, मंदिरों पर हमलों का किया विरोध

पुलिस ने इस हमले से जुड़े तीन संदिग्धों की पहचान की है, जिनमें मिसिसॉगा के 42 वर्षीय दिलप्रीत सिंह बौंस, ब्रैम्पटन के 23 वर्षीय विकास (पूरा नाम अज्ञात) और मिसिसॉगा के 31 वर्षीय अमृतपाल सिंह शामिल हैं. एक अन्य व्यक्ति को पुराने वारंट पर गिरफ्तार किया गया और बाद में रिहा कर दिया गया.

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कनाडाई हिंदुओं ने दिखाई एकजुटता

ब्रैम्पटन:

सोमवार शाम को कनाडा के ब्रैम्पटन स्थित हिंदू सभा मंदिर के बाहर हजारों कनाडाई हिंदू इकट्ठा हुए. उन्होंने कनाडा में हिंदू मंदिरों पर बार-बार हो रहे हमलों का विरोध किया. हाल ही में, इस मंदिर पर खालिस्तानी चरमपंथियों ने हमला किया था. इस एकजुटता रैली के आयोजकों ने कनाडा के राजनेताओं और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से अपील की कि वे खालिस्तानियों का समर्थन न करें. उत्तर अमेरिका के हिंदुओं के संगठन ने इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की.

संगठन ने बताया कि दीपावली के दौरान कनाडा के कई हिंदू मंदिरों पर हमला हुआ और कनाडा में बढ़ रहे "हिंदू विरोध" को रोकने की मांग की. एक्स पर एक पोस्ट में, संगठन ने कहा, "हिंदू मंदिरों पर बढ़ते हमलों के विरोध में एक हजार से अधिक कनाडाई हिंदू ब्रैम्पटन में एकत्र हुए हैं. कल, पवित्र दीपावली सप्ताहांत के दौरान कनाडाई हिंदू मंदिरों पर हमले किए गए। हम कनाडा से अब इस हिंदूफोबिया को रोकने के लिए कहते हैं."

रविवार को टोरंटो के पास ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में एक भारतीय वाणिज्यिक कैंप पर "हिंसक हमले" की घटना घटी, जिसमें महिलाओं और बच्चों पर भी हमला किया गया. इस हमले का वीडियो हिंदू कैनेडियन फाउंडेशन नामक संगठन ने साझा किया.

प्रधानमंत्री मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की और इसे "कायराना प्रयास" बताते हुए कहा कि भारत कनाडाई अधिकारियों से न्याय और कानून के पालन की उम्मीद करता है. उनके बयान में कहा गया कि ये हिंसक गतिविधियां भारत के दृढ़ संकल्प को कमजोर नहीं कर सकतीं.

भारत के विदेश मंत्रालय ने भी इस घटना पर चिंता जताई और कनाडा सरकार से आग्रह किया कि वे पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें. भारत कई बार कनाडा में चरमपंथी और भारत विरोधी गतिविधियों पर गहरी चिंता व्यक्त कर चुका है और कनाडा से इन पर कार्रवाई की मांग करता रहा है.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तानी चरमपंथियों के हालिया हमले की निंदा की और कहा कि सभी कनाडाईयों को अपने धर्म का पालन स्वतंत्रता और सुरक्षा के साथ करने का अधिकार है. उन्होंने इसके लिए पील क्षेत्रीय पुलिस को भी धन्यवाद दिया.

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तीन संदिग्धों की पहचान की

पुलिस ने इस हमले से जुड़े तीन संदिग्धों की पहचान की है, जिनमें मिसिसॉगा के 42 वर्षीय दिलप्रीत सिंह बौंस, ब्रैम्पटन के 23 वर्षीय विकास (पूरा नाम अज्ञात) और मिसिसॉगा के 31 वर्षीय अमृतपाल सिंह शामिल हैं. एक अन्य व्यक्ति को पुराने वारंट पर गिरफ्तार किया गया और बाद में रिहा कर दिया गया.

एक वीडियो में देखा गया कि पील पुलिस का ऑफ ड्यूटी अधिकारी खालिस्तानी समर्थकों की रैली में भाग ले रहा था. उस अधिकारी को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया गया है.

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