पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में कबीलों में हिंसक झड़प, 16 की मौत

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "कबायलियों के पास शक्तिशाली फायरआर्म्स हैं, और कुछ ही मिनट में हिंसक झड़प में कई जानें चली गईं..."

Advertisement
Read Time: 19 mins
पेशावर (पाकिस्तान):

पाकिस्तान के कोयला-समृद्ध पश्चिमोत्तर हिस्से में दो कबीलों के बीच कई दशक से चले आ रहे ज़मीनी विवाद में 16 लोग मारे गए हैं. यह जानकारी मंगलवार को पुलिस ने दी.

पुलिस ने बताया कि सोमवार को पहाड़ी इलाके दर्रा आदम खेल में एक ऊंचे स्थान पर मौजूद अखोरवाल कबीले के लोगों ने सुनी खेल कबीले के लोगों पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया था, जब सुनी खेल कबीले के लोग अपनी सीमा पर निशानियां लगा रहे थे. यह इलाका अफ़ग़ानिस्तान बॉर्डर से 100 किलोमीटर से भी कम दूरी पर है.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी फरहान खान ने समाचार एजेंसी AFP को बताया, "कबायलियों के पास शक्तिशाली फायरआर्म्स हैं, और कुछ ही मिनट में हिंसक झड़प में कई जानें चली गईं..."

फरहान खान के अनुसार, इस हिंसक झड़प से पहले कई जिरगा (कबीलाई बुज़ुर्ग पंचायत, जो झगड़ों को सुलझाने की कोशिश करती हैं) बुलाई गई थीं, लेकिन कोई हल नहीं निकाला जा सका.

स्थानीय पुलिस के प्रवक्ता फ़ज़ल नईम ने AFP को बताया, "इस हिंसक झड़प में सुनी खेल कबीले के 12 और अखोरवाल कबीले के 4 लोगों की जान गई... झड़प में 4 लोग ज़ख्मी भी हुए हैं..."

पाकिस्तान में खानदानों के बीच झगड़े काफी आम हैं, लेकिन पश्चिमोत्तर पहाड़ी क्षेत्र में, जहां के समुदाय पारंपरिक कबीलाई नियमों का पालन करते हैं, होने वाले झगड़े बेहद व्यापक और हिंसक हो सकते हैं.

Advertisement

दर्रा आदम खेल खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कोहाट जिले का हिस्सा है, जहां इस क्षेत्र का सबसे बड़ा कोयला भंडार है, और कबीलों के बीच विवाद आम बात है.

सुरक्षा को लेकर बनी रहने वाली चिंताओं और नियामक तंत्र पर निगरानी के अभाव के बावजूद स्थानीय समुदाय के लिए रोज़गार और कमाई का अहम स्रोत खनन ही है.

Advertisement

पुलिस के मुताबिक, गोलीबारी की वारदात के बाद स्थानीय जिरगा की मदद से इलाके में हालात पर काबू पा लिया गया है.

दर्रा आदम खेल अतीत के संघीय-प्रशासित कबीलाई क्षेत्र (FATA) का हिस्सा है, जो पश्चिमोत्तर पाकिस्तान का अर्ध-स्वायत्त क्षेत्र है, और जिसे 2018 में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मिला दिया गया था, जिससे यह कानूनी और प्रशासनिक मुख्यधारा से जुड़ा.

Advertisement
Featured Video Of The Day
One Nation One Election: S. Y. Quraishi क्यों मानते हैं कि सरकार का ये प्रस्ताव Practical नहीं है?