टूल किट तैयार करने के आरोप में एक्टिविस्ट की गिरफ्तारी (Protest Against Disha Ravi Arrest)का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है. दिशा के समर्थन में सैंकड़ों लेखक, इतिहासकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता सोमवार को बेंगलुरु के मैसूर सर्कल पर इकट्ठा हुए. इनमें शामिल इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कहा है कि जो लोग मानवाधिकार और पर्यावरण की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं. उनके साथ ऐसे बर्ताव करने से क्या होगा. ये तानाशाही है. इमरजेंसी जैसी स्थिति आ गई है. डॉक्यूमेंट का जवाब डॉक्यूमेट हो सकता है. अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि अगर किसी ने लेख लिखकर विरोध किया है तो उसका जवाब लेख से दिया जाना चाहिए.