नोटबंदी के बारे में ये बताया गया था कि इससे देश के कोने-कोने से कालेधन को खोज लिया जाएगा. लेकिन इस देश में कुछ पते ऐसे हैं, जहां पर जाकर इन खोज वाली गाड़ियों में जबरदस्त ब्रेक लग जाता है. ये पते राजनीतिक दलों के दफ्तरों के पते हैं. राजनीतिक पार्टियां कहती हैं कि वह हर तरह की पारदर्शिता के पक्ष में हैं, लेकिन चुनावी चंदे के मुद्दे पर वो आनाकानी करती हैं. 'मुकाबला' में इसी मुद्दे पर खास चर्चा.