बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय का केस भोपाल की विशेष अदालत में ट्रांसफ़र कर दिया गया है. ये अदालत खासकर सांसदों और विधायकों से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए बनाई गई है. बुधवार को इंदौर नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मारपीट को लेकर गिरफ़्तार आकाश विजयवर्गीय को कोर्ट ने 11 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है. जब विधायक जी का फॉर्मूला हो- पहले आवेदन, फिर निवेदन, फिर दनादन. जब विधायक जी के पिता सवाल पूछने पर याद दिला रहे हों पत्रकारों को उनकी औक़ात. ऐसे में आपको और हमको क्या करना चाहिए? बैट से बात करने वाले विधायक के ख़िलाफ़ कहां है पार्टी का एक्शन? इस मामले में तीन मुख्य सवाल हैं. 1. क्या है बैट से वार पर बीजेपी का रुख़? 2. क्यों नहीं हो रही है विजयवर्गीय के ख़िलाफ़ कार्रवाई? 3. क्या दनादन बन गया है बीजेपी के नेताओं का एक नया मॉडल?