दिल्ली वाले भी प्लास्टिक की गगरी खरीद कर रख लें. दिल्ली की हालत भले ही चेन्नई की तरह खराब नहीं है मगर कई इलाकों में अवैध बोरवेल के कारण भूमिगत जल कम होता जा रहा है. अगले साल तक कुछ इलाके में इसका बेहद खराब असर होने वाला है. पानी की कमी के कारण दिल्ली को जितना पानी चाहिए उतना नहीं मिल पा रहा है. 1140 मिलियन गैलन्स प्रति दिन पानी चाहिए मगर मिल रहा है 936 मिलियन गैलन्स प्रति दिन. हम भले ही भूमिगत जल से दिल्ली में पानी का संकट दूर कर रहे हैं मगर यह बड़ा संकट लेकर आने वाला है.