9 साल की रिया ब्रेन डेड होने के बाद कई ज़िंदगियों को बचा गई। उसका हाथ 15 साल की अनमता को मिला। रक्षाबंधन पर अनमता 200 KM दूर रिया के भाई शिवम को उसी हाथ से राखी बांधने पहुंची। यह कहानी मानवता, अंगदान और एक अटूट रिश्ते की है जो धर्म की सीमाओं से परे है।