कोरोना महामारी के प्रसार पर भी हम सबको बराबर नजर रखनी चाहिए. इस मामले में भारत ने अभी कुछ भी ऐसा हासिल नहीं किया है जिससे या तो हम संतुष्ट हो सकें या उत्साहित हो सकें. कोविड-19 से लड़ने के लिए भारत सरकार ने 11 प्रकार के इंपावर्ड ग्रुप बनाए थे. एक ग्रुप बनाया था जिसका काम मेडिकल तैयारियों से संबंधित मामलों का मैनेजमेंट करना था. इस ग्रुप के चेयरमैन डॉ वीके पॉल ने 24 अप्रैल को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कहा कि मई के पहले हफ्ते से संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आने लगेगी और 16 मई को संख्या शून्य हो जाएगी जबकि सच्चाई यह है कि 16 मई को 3,970 नए मामले सामने आए.