मध्य प्रदेश में मालवा निमाड़ के तीन इलाकों से दिसंबर के आखिरी हफ्ते में हिंसा की खबरें सामने आईं. हिन्दू संगठनों का आरोप है उनकी रैली पर पत्थर चले, वहीं मुस्लिम इलाके के लोगों का आरोप है कि उन्होंने आपत्तिजनक नारे लगाए और अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया. जिसके बाद पत्थरबाजी शुरू हुई और इसने हिंसक झड़प का रूप ले लिया. यहां तक दो समुदाय के बीच हिंसा का मामला लग सकता है. लेकिन घटना को राज्य सरकार ने जिस तरीके से लिया है, उससे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कामकाज के तरीके पर सवाल उठने लगे हैं. यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की तर्ज पर शिवराज सिंह ने भी कहा है कि अब पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने वालों से ही इसकी कीमत वसूली जाएगी.
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