इशरत जहां मुठभेड़ मामले में वर्ष 2004 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सहयोगी अमित शाह को निशाना बनाया गया, लेकिन अब बीजेपी इसी मामले में कांग्रेस और यूपीए के समय में गृह मंत्री रहे पी चिदंबरम को घेरने लगी है कि उन्होंने इशरत जहां और तीन अन्य लोगों के एनकाउंटर को फर्ज़ी साबित करने के लिए मंत्रालय के हलफनामे को बदला और जांच को प्रभावित किया।